नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। एचडीएफसी सिक्योरिटी के तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक नागराज शेट्टी का कहना है कि शुक्रवार को रिकवरी दिखाने के बाद, निफ्टी में सोमवार को कारोबार उथल पुथल रहा और यह 19 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ।
लाल निशान पर खुलने के बाद बाजार में और कमजोरी में आ गई। उन्होंने कहा कि बाद में निचले स्तर से मामूली सुधार हुआ, लेकिन अंत तक यह सुधार कायम नहीं रह सका।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि लगातार भू-राजनीतिक तनाव इक्विटी को प्रभावित कर रहा है। फिर भी त्यौहार के चलते बढ़ी मांग और दूसरी तिमाही के नतीजे से पहले मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांक में सौदेबाजी देखी गई।
उन्होंने कहा, अगर तेल की कीमत लगातार बढ़ती रहती है, तो इससे परिचालन लागत बढ़ सकती है, जिससे संभावित रूप से मार्जिन पर दबाव पड़ सकता है।
जैसे-जैसे कमाई का मौसम पूरे जोरों पर होगा, निवेशक अपने पोर्टफोलियो के पुनर्गठन के लिए नया दृष्टिकोण अपनाना चाहेंगे।
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर ने सेक्टर-वार प्रदर्शन पर कहा, मेटल का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा, इसके बाद पीएसयू बैंक और ऑटो का स्थान रहा, जबकि फार्मा में गिरावट देखी गई।
0.20 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ मिड और स्मॉल कैप ने बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया।
–आईएएनएस
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