भोपाल, 3 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में जूनियर डॉक्टर की आत्महत्या का मामला शांत भी नहीं पड़ा था कि एक और छात्र ने दवा का ओवरडोज लेकर आत्महत्या करने की कोशिश की। छात्र की हालत गंभीर बनी हुई है।
बताया गया है कि कार्तिक नाम के छात्र ने लगभग दो साल पहले एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर ली थी। मगर वह बीमारी से ग्रसित था और उसने गुरुवार को दवा का ओवरडोज ले लिया। समय रहते इस बात की जानकारी उसके परिवार वालों को लग गई तो छात्र को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है।
छात्र द्वारा की गई आत्महत्या की कोशिश पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चिंता जाहिर की है और कहा कि राजधानी के गांधी मेडिकल कॉलेज में फिर एक डॉक्टर कार्तिक द्वारा आत्महत्या के प्रयास का समाचार दुर्भाग्यपूर्ण है।
एक सप्ताह में दूसरे डॉक्टर द्वारा यह कोशिश कॉलेज के अंदरूनी हालात पर रोशनी डालती है। सरकार से अपेक्षा है कि वह बच्चों का जीवन बचाये।
यह भी बताये कि सुसाइड प्रिवेन्शन कार्यक्रम की घोषणा का क्या हुआ? क्या शिवराज जी बतायेंगे कि विगत तीन साल में कितने डॉक्टर्स ने पढ़ाई छोड़ दी? कितने बच्चों ने कॉलेज बदला? कितनों ने ट्रांसफर लिया? इसकी सूची जारी करें और स्वयं रास्ता निकालें।
–आईएएनएस
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