भोपाल, 5 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट में कई बड़े अधिकारियों और मंत्रियों की जमीनें शामिल हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 18 दिसंबर को इस प्रोजेक्ट से जुड़े दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी।
इस कार्रवाई में सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट के तहत डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के दोनों बेटों, हर्ष देवड़ा और अन्य के नाम पर भी जमीन खरीदी गई है। इसके अलावा, पूर्व मंत्री और विधायक भूपेंद्र सिंह की भी सेंट्रल पार्क में जमीन पाई गई है। वहीं सीहोर विधायक सुदेश राय की जमीन भी इस प्रोजेक्ट में शामिल है।
इस मामले में त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के मालिक राजेश शर्मा की संपत्तियों को अटैच कर दिया गया। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने राजेश शर्मा की 375 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति को अटैच किया। यह कार्रवाई संपत्ति को लेकर चल रही जांच का हिस्सा है और इस मामले में आगे और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
भू-राजस्व विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर इन लोगों की भू संपत्तियों से जुड़ी जानकारी है। जो जमीन को लेकर की गई गड़बड़ी की ओर इशारा करती है।
बता दें कि पिछले कई सालों में शहर के रातीबढ़, मेंडोरा, नीलबड़, मेंडोरी में बेशकीमती जमीन खरीदी गई थी। बीते दिनों अफसरों के हाथ मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और उनकी पत्नी के नाम जमीन खरीदी के दस्तावेज हाथ लगे थे। यह खरीद-फरोख्त बिल्डर राजेश शर्मा और उसके सहयोगियों के जरिए हुई थी। राजेश शर्मा पर हुई कार्रवाई में कुछ अन्य अधिकारी, नेता, व्यापारी और अन्य लोगों के सामने आए थे।
अब तक की जांच में सामने आया है कि नियमों को ताक पर रखते हुए यह जमीन खरीदी गई। राजेश शर्मा के जरिए इकबाल सिंह बैंस ने पत्नी और अपने नाम पर करोड़ों रुपए की जमीन ली। त्रिशूल, क्वालिटी और ईशान बिल्डर के कुल 52 ठिकानों पर पड़ताल में आयकर विभाग को 10 करोड़ रुपए कैश भी मिले। इसके साथ ही 25 लॉकर और गोल्ड समेत बड़ी संख्या में जमीन की खरीद-फरोख्त किए जाने के दस्तावेज भी मिले थे।
–आईएएनएस
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