उलानबटोर, 9 दिसम्बर (आईएएनएस)। मंगोलिया की राजधानी उलानबटोर में गंभीर वायु प्रदूषण के बीच फ्लू और फ्लू जैसी बीमारियां तेजी से अपने पांव पसार रही है।
देश के राष्ट्रीय संचारी रोग केंद्र (एनसीसीडी) ने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले सप्ताह देश भर में 2,77,000 लोगों ने बाह्य रोगी देखभाल (आउट पेशंट केयर) की मांग की है, जिनमें से 7.7 प्रतिशत में इन्फ्लूएंजा या इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के लक्षण दिखाई दिए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, एनसीसीडी ने लोगों से वायु प्रदूषण के बिगड़ते स्तर के बीच फ्लू और फ्लू जैसी बीमारियों के बढ़ते प्रसार से निपटने के लिए मास्क पहनने सहित संक्रमण की रोकथाम के सख्त उपाय करने का आग्रह किया।
फ्लू एक तरह का वायरल संक्रमण है जो विशेष रूप से उच्च जोखिम वाली आबादी के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा पैदा करता है। इन्फ्लूएंजा फेफड़ों, नाक के मार्ग और गले को प्रभावित करता है। छोटे बच्चे, बुजुर्ग व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं और पुरानी बीमारियों या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग इसकी चपेट में जल्दी आते हैं और विशेष रूप से असुरक्षित हैं।
इसके आम लक्षणों में बुखार, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, खांसी, नाक बंद होना, नाक बहना, सिरदर्द और थकान शामिल है।
इन्फ्लूएंजा के इलाज के लिए प्राथमिक दृष्टिकोण में आराम और अधिक तरल पदार्थ का सेवन शामिल है, जिससे शरीर स्वाभाविक रूप से संक्रमण से लड़ने में सक्षम होता है। जबकि पैरासिटामोल लक्षणों को कम कर सकता है।
एक वार्षिक टीकाकरण इन्फ्लूएंजा को रोकने और इसकी संभावित जटिलताओं को कम करने में सहायता कर सकता है।
–आईएएनएस
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