ADVERTISEMENT
भुआबिछिया, देशबंधु। अंतररारष्ट्रीय शब्द सृजन संस्था दिल्ली के द्वारा हिंदी भवन दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय दोहा संग्रह ‘भारत के अशोक चक्र विजेता’ का भव्य लोकार्पण हुआ।
अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ राजीव कुमार पाण्डेय के द्वारा संपादित एवं महासचिव ओंकार त्रिपाठी द्वारा संकलित ‘भारत के अशोक चक्र विजेता’ एक कालजयी ऐतिहासिक दोहा संग्रह है जिसमें सभी अशोक चक्र विजेताओं के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सम्पूर्ण विश्व के हिंदी 167 दोहाकारों ने अपनी कलम चलाई है। हिंदी भवन दिल्ली मे आयोजित इस कार्यक्रम मे मंडला जिले की साहित्यकार श्रीमती योगिता चौरसिया “प्रेमा” को उत्कृष्ट लेखन के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष देश के ख्यातिप्राप्त वरिष्ठ साहित्यकार डॉ चन्द्रपाल शर्मा, मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल विष्णुकांत चतुर्वेदी, विशिष्ट अतिथि दिल्ली हिंदी साहित्य सम्मेलन की अध्यक्ष डॉ इंदिरा मोहन एवं विशिष्ट अतिथि फ़िल्म गीतकार एवं साहित्यकार डॉ प्रमोद कुश ‘तनहा’ ने इस ऐतिहासिक ग्रन्थ
डॉ चन्द्रपाल शर्मा ने इस ग्रन्थ को राष्ट्रीय महत्व का ग्रन्थ बताया तो मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल विष्णुकांत चतुर्वेदी(सेवानिवृत्त) ने इस ग्रन्थ को भारत के शौर्य की संज्ञा दी।
देश की वरिष्ठ गीतकार डॉ इंदिरा मोहन ने इसे अभूतपूर्व एवं कालजयी ग्रन्थ की संज्ञा दी।
आयोजन के अंतर्गत नवम्बर में ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से देश-विदेश के 201 कवियों द्वारा दोहा सृजन को इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्डस में दर्ज किया गया है उन्हीं में से चयनित दोहाकारों के ग्रन्थ को प्रकाशित किया गया है।
इस कालजयी ऐतिहासिक कार्यक्रम में भारत सहित अमेरिका इंडोनेशिया नेपाल, अबुधाबी आदि देशों के चुनिन्दा दोहाकारों ने अपनी प्रविष्टियां दर्ज कराई थी ।
फोटो – पुरस्कार प्राप्त करते हुए साहित्यिकार योगिता चौरसिया।
– अपना काव्य प्रस्तुत करती श्रीमती चोरसिया।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT