मुंबई, 10 जून (आईएएनएस)। इक्विटी म्यूचुअल फंड में मई में रिकॉर्ड 34,697 करोड़ रुपये का निवेश आया है, जो कि पिछले महीने के मुकाबले 83.42 प्रतिशत अधिक है। ये लगातार 39 वां महीना है, जब म्यूचुअल फंड में निवेश में बढ़ोतरी हुई है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड ऑफ इंडिया (एम्फी) की ओर से सोमवार को ये जानकारी दी गई।
बता दें, यह पहला मौका है कि जब म्यूचुअल फंड्स में 30,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश आया है।
मई में ओपन एंडेड सेक्टोरल और थीमेटिक इक्विटी फंड्स में सबसे ज्यादा 19,213 करोड़ रुपये का निवेश आया है।
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) बढ़कर 58.91 लाख करोड़ रुपये हो गई है।
प्रभुदास लीलाधर ग्रुप की इन्वेस्टमेंट सर्विसेज के प्रमुख, पंकज श्रेष्ठ का कहना है कि ज्यादा निवेश सेक्टोरल और थीमेटिक कैटेगरी में आया है। हाल ही में आये एचडीएफसी मैन्युफैक्चरिंग फंड के एनएफओ (न्यू फंड ऑफर) को 9,500 करोड़ रुपये का निवेश मिला था।
उन्होंने आगे कहा कि एसआईपी में रिकॉर्ड 20,904 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है जो दिखाता है कि निवेशक अनुशासन के साथ लंबी अवधि के नजरिए के साथ निवेश कर रहे हैं।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली, लोकसभा चुनाव और जीडीपी डेटा आदि के उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों ने लगातार निवेश जारी रखा है। इसकी वजह भारतीय अर्थव्यवस्था का मजबूत स्थिति में होना है, जिसके कारण निवेशकों का लगातार भरोसा बढ़ता चला जा रहा है।
फायर्स में रिसर्च के उपाध्यक्ष गोपाल कवलिरेड्डी ने कहा कि सरकार के 100 दिन के एजेंडे और बजट पर सभी की निगाहें हैं। इससे सरकार की प्राथमिकता पर अधिक स्पष्टता मिलेगी।
कुछ सेक्टरों ने हाल के वर्षों में काफी अच्छा रिटर्न दिया है। इस कारण से सेक्टर और थीमेटिक फंड्स को काफी लोकप्रियता मिली है।
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर- मैनेजर रिसर्च हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि निवेशकों को इस तरह के फंड में निवेश करते समय काफी सावधानी बरतनी चाहिए। ये फंड्स साइक्लिक आधार पर रिटर्न देते हैं। ऐसे में अगर बाजार को अच्छे से जानते हैं और एंट्री एवं एग्जिट अच्छे से ले सकते हैं तो ही इस प्रकार के फंड्स में निवेश करना चाहिए।
–आईएएनएस
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