नई दिल्ली, 18 मार्च (आईएएनएस)। एशिया प्रशांत मार्केट में 2024 में रियल एस्टेट निवेश सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़कर 155.9 अरब डॉलर रहा है और भारत में भी इस सेक्टर में बड़ा निवेश देखने को मिला और बीते वर्ष की दूसरी छमाही में सालाना आधार पर 88 प्रतिशत बढ़कर 3 अरब डॉलर हो गया। यह जानकारी मंगलवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।
कोलियर्स की रिपोर्ट के अनुसार, एशिया-प्रशांत क्षेत्र के नौ बाजारों में से भारत, दक्षिण कोरिया, ताइवान और ऑस्ट्रेलिया में निवेश में भारी वृद्धि देखी गई, जिनमें से प्रत्येक में इस अवधि के दौरान सालाना आधार पर 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई।
भारत में रियल एस्टेट में हुए कुल निवेश में से 47 प्रतिशत ऑफिस एसेट और उसके बाद 27 प्रतिशत इंडस्ट्रीयल और लॉजिस्टिक्स एसेट में हुआ है।
2024 की दूसरी छमाही के दौरान लगभग आधे निवेश मुंबई में हुए, जिसका मुख्य कारण ऑफिस एसेट्स का अधिग्रहण था।
निवेश की मात्रा में लगातार वृद्धि होना दिखाता है कि भारत घरेलू और विदेशी निवेशकों के लिए पसंदीदा रियल एस्टेट डेस्टिनेशन बना हुआ है।
भारत में 2024 की दूसरी छमाही में रियल एस्टेट सेक्टर में आए कुल प्रवाह में से विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 57 प्रतिशत थी। घरेलू निवेशकों ने 1.3 अरब डॉलर का निवेश किया था। इसमें 8 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई थी।
कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बादल याग्निक ने कहा, “भारतीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश में मजबूत वृद्धि देखी गई है, 2024 में पूंजी प्रवाह में 22 प्रतिशत की वृद्धि के साथ यह 6.5 बिलियन डॉलर हो गया है। अनुकूल आर्थिक विकास और सकारात्मक निवेश सेंटीमेंट के कारण यह गति 2025 में भी जारी रहने की उम्मीद है।”
रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मिलाकर एशिया प्रशांत क्षेत्र में रियल एस्टेट निवेश की मात्रा 2025 में मजबूत रहने की संभावना है।
–आईएएनएस
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