इंफाल, 21 फरवरी (आईएएनएस)। कुछ महिला संगठनों ने “पुलिस की मनमानी” के विरोध में और 13 फरवरी को इंफाल पूर्वी जिले में मणिपुर राइफल्स के शिविरों से हथियार लूटने के मामले में गिरफ्तार किए गए छह लोगों की रिहाई की मांग को लेकर बुधवार को मणिपुर के पांच घाटी जिलों में बंद का आह्वान किया है।
मंगलवार को इंफाल में सुरक्षा बलों और महिला प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव हुआ, जिसके बाद पुलिस को विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए आंसूगैस के गोले दागने पड़े।
मारपीट में दो महिलाएं घायल हो गईं।
महिला प्रदर्शनकारी उन छह लोगों की रिहाई की मांग कर रही थीं, जिन्हें मणिपुर राइफल्स के शिविरों पर भीड़ के हमले और हथियार लूट के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
घाटी के पांच जिलों – बिष्णुपुर, काकचिंग, थौबल, इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व में बुधवार को 24 घंटे का बंद बुलाया गया है।
13 फरवरी को भीड़ ने मणिपुर राइफल्स के दो शिविरों पर हमला किया और पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। जिस व्यक्ति की मौत हुई, उसने कथित तौर पर मणिपुर राइफल्स के एक कैंप में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की थी।
मणिपुर पुलिस ने 14 फरवरी को छह लोगों को गिरफ्तार किया था। उसी दिन कर्तव्यों में लापरवाही के कारण सात पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा, चार इंसास राइफलें, एक एके घटक, एसएलआर की दो मैगजीन और 9 मिमी गोला-बारूद के 16 छोटे बक्से सुरक्षा बलों से लूटे गए थे।
मणिपुर सरकार ने सुरक्षा बलों के शिविर से हथियारों की लूट की मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए हैं।
–आईएएनएस
एसजीके/