इम्फाल, 5 जून (आईएएनएस)। सुरक्षा बलों और भीड़ ने विभिन्न जिलों में कुकी उग्रवादियों के शिविरों को नष्ट कर दिया, जबकि हिंसा प्रभावित मणिपुर के विभिन्न हिस्सों से हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आई हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
इम्फाल में पुलिस ने कहा कि गुस्साए ग्रामीणों ने काकचिंग जिले के सुगनू में रविवार रात यूनाइटेड कुकी लिबरेशन फ्रंट (यूकेएलएफ) के एक परित्यक्त शिविर में आग लगा दी।
यूकेएलएफ कैडर परिचालन मिशन पर अपने इच्छित गंतव्यों पर जाने से पहले सामरिक रूप से महत्वपूर्ण शिविर का उपयोग कर रहे हैं।
कुकी उग्रवादियों द्वारा काकचिंग जिले के सेरौ स्थित पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक के. रंजीत के आवास सहित बड़ी संख्या में छोड़े गए मकानों को शनिवार आधी रात को जलाए जाने के बाद आक्रोशित ग्रामीण अपना गुस्सा निकाल रहे थे।
एक अन्य घटना में, संयुक्त सुरक्षा बलों ने रविवार रात चंदेल और काकचिंग जिलों के आस-पास के इलाकों में नासरत में यूकेएलएफ के आधार शिविर को ध्वस्त कर दिया। इससे पहले सुरक्षा बलों और यूकेएलएफ कैडरों के बीच भारी गोलीबारी हुई।
हालांकि सुरक्षा बल संदिग्ध कुकी उग्रवादियों को शिविर से बाहर निकालने में सफल रहे, लेकिन मुठभेड़ के दौरान चरमपंथी भागने में सफल रहे। सुरक्षा बल द्वारा पहाड़ी इलाकों में तलाशी अभियान जारी है।
इस बीच, रिपोर्टों में कहा गया है कि इम्फाल पश्चिम जिले में एक भीड़ के हमले के बाद एक महिला सहित कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई।
लामसांग में रविवार रात यह घटना हुई। पीड़ित दो वाहनों में यात्रा कर रहे थे।
इम्फाल में राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि मणिपुर पुलिस कमांडो तथा अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के साथ, जिनमें सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस शामिल हैं, सेना और असम राइफल्स ने लूटे गए हथियारों की बरामदगी और उग्रवादियों को पकड़ने के लिए अपना तलाशी अभियान जारी रखा है।
–आईएएनएस
एकेजे