नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली की एक अदालत ने मणिपुर में जातीय संघर्ष का फायदा उठाकर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए म्यांमार और बांग्लादेश स्थित आतंकवादी संगठनों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय साजिश की जांच के सिलसिले में एक व्यक्ति को 3 अक्टूबर तक के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है।
एनआईए ने 19 जुलाई को यहां आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था।
एजेंसी ने पिछले हफ्ते 51 वर्षीय सेमिनलुन गंगटे को मणिपुर के पहाड़ी जिले चुराचांदपुर से गिरफ्तार किया और ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले गई।
एनआईए के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा था कि उसकी जांच से पता चला है कि म्यांमार और बांग्लादेश स्थित आतंकवादी समूहों ने भारत में आतंकवादी नेताओं के एक वर्ग के साथ साजिश रची है।
प्रवक्ता ने कहा, “उनका उद्देश्य विभिन्न जातीय समूहों के बीच दरार पैदा करने और भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के इरादे से हिंसा की घटनाओं में शामिल होना है।”
उन्होंने कहा, “इस उद्देश्य के लिए उपरोक्त नेतृत्व हथियार, गोला-बारूद और अन्य प्रकार के आतंकवादी हार्डवेयर की खरीद के लिए धन मुहैया करा रहा है, जां सीमा पार और साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय अन्य उग्रवादी संगठनों तक पहुंचाया जा रहा है।“
–आईएएनएस
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