गुवाहाटी/इम्फाल, 12 जून (आईएएनएस)। एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने हिंसा प्रभावित मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयासों के तहत गुवाहाटी में राज्य के कुकी आदिवासी नेताओं और कुकी विद्रोही समूहों के साथ बंद कमरे में बैठक की।
कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन (केएनओ) के प्रवक्ता सेलेन हाओकिप ने असम के मुख्यमंत्री के साथ रविवार रात की बैठक के बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि चर्चा बहुत सकारात्मक थी, और सही दिशा में बढ़ है।
हाओकिप ने कहा, हमने संघर्ष विराम और दोनों ओर से किसी भी तरह के हमले को खत्म करने पर चर्चा की। हमने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। हमें उम्मीद है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री संकट को हल करने के लिए सकारात्मक कदम उठाएंगे।
सूत्रों ने कहा कि केएनओ और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (यूपीएफ) के नेताओं ने असम के मुख्यमंत्री सरमा से मुलाकात की और संघर्षग्रस्त मणिपुर में मौजूदा स्थिति पर चर्चा की।
गुवाहाटी में बैठक संकट को जल्द से जल्द हल करने के सरकार के आउटरीच प्रयासों की अगली कड़ी है।
अलग-अलग तबकों से आरोप लगते रहे हैं कि कुकी उग्रवादी मणिपुर में हाल की हिंसा में शामिल थे।
सरमा के करीबी सूत्र, जो भाजपा के नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) के संयोजक भी हैं, के जल्द ही मणिपुर के आदिवासी बहुल जिलों कांगपोकपी और चुराचंदपुर का दौरा करने और सिविल सोसाइटी संगठनों तथा प्रभावशाली आदिवासी नेताओं के साथ बातचीत करने की संभावना है।
सरमा 10 जून को मणिपुर की एक दिवसीय यात्रा पर थे, जिसमें उन्होंने इम्फाल में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, कई मंत्रियों, कई विधायकों और संगठनों के साथ कई बैठकें कीं, जिसमें मणिपुर अखंडता पर समन्वय समिति (सीओसीओएमआई) भी शामिल थी। गत 3 मई से शुरू हुई हिंसा में अब तक 105 से अधिक लोग मारे गए हैं और 320 से अधिक घायल हुए हैं।
–आईएएनएस
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