हैदराबाद, 30 नवंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच नागार्जुन सागर बांध पर तनावपूर्ण स्थिति को राज्य सरकार की साजिश करार दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि के. चंद्रशेखर राव का ये हताश प्रयास कामयाब नहीं होगा।
उन्होंने तेलंगाना के लोगों से इस तरह के बहकावे में न आने की अपील की और वादा किया कि सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सभी अंतरराज्यीय विवादों को बातचीत से सुलझाने की कोशिश करेगी।
कांग्रेस नेता तेलंगाना के अधिकारियों द्वारा आंध्र प्रदेश को पानी छोड़ने के लिए बांध के दरवाजे खोलने से रोकने के बाद दोनों राज्यों के पुलिस बलों के बीच तनाव की खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
उन्होंने मांग की कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि सरकार उनके अधीन काम कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि बांध पर हुई घटना पिछले नौ वर्षों से अंतर-राज्यीय समस्याओं को हल करने में केसीआर की विफलता को साबित करती है। “उनकी असफलताएं सबके सामने हैं। उन्होंने केवल अपने परिवार और निजी हितों की परवाह की है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के तौर पर केसीआर ने समस्याओं के समाधान के प्रति कभी गंभीरता नहीं दिखाई और अचानक मतदान के दिन राजनीतिक लाभ के लिए नाटक शुरू कर दिया।
उन्होंने टिप्पणी की कि केसीआर ने अंतिम समय में शकुनी साजिश का सहारा लिया लेकिन यह काम नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, ”लोगों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि बांध या गेट 24 घंटे में कहीं नहीं जाएंगे।” उन्होंने कहा कि लोग बुद्धिमान हैं और वे जवाब देना जानते हैं।
रेवंत रेड्डी ने कहा कि 9 दिसंबर को कांग्रेस सरकार बनने के बाद वह आंध्र प्रदेश और अन्य पड़ोसी राज्यों के साथ सभी अंतरराज्यीय विवादों को सुलझाने की कोशिश करेगी।
“जब भारत और पाकिस्तान जल साझा कर रहे हैं, तो राज्यों के बीच जल विवाद क्यों नहीं सुलझाए जा सकते?” उन्होंने पूछा कि कांग्रेस आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र के साथ पानी के मुद्दों को सुलझाने के लिए जिम्मेदारी से काम करेगी।
–आईएएनएस
एसकेपी