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Home ताज़ा समाचार

मद्रास हाईकोर्ट की वकील ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन शिकायत समिति से दिया इस्तीफा

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April 4, 2023
in ताज़ा समाचार
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मद्रास हाईकोर्ट की वकील ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन शिकायत समिति से दिया इस्तीफा
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चेन्नई, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। कलाक्षेत्र फाउंडेशन की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के सदस्य और मद्रास उच्च न्यायालय की अधिवक्ता बी.एस. अजीता ने कुछ फैकल्टी सदस्यों के खिलाफ यौन आरोपों के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है।

छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

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अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा, मैं अब आपकी संस्था के साथ नहीं जुड़ना चाहती और विशेष रूप से आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में जारी रहना चाहती हूं और मैं आईसीसी की सदस्यता से अपना इस्तीफा देती हूं और यह तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा।

एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

अभ्यास करने वाली अधिवक्ता पिछले चार वर्षों से कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम, 2013 के तहत गठित संस्था की आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में काम कर रही हैं।

संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

–आईएएनएस

पीके/एएनएम

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चेन्नई, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। कलाक्षेत्र फाउंडेशन की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के सदस्य और मद्रास उच्च न्यायालय की अधिवक्ता बी.एस. अजीता ने कुछ फैकल्टी सदस्यों के खिलाफ यौन आरोपों के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है।

छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा, मैं अब आपकी संस्था के साथ नहीं जुड़ना चाहती और विशेष रूप से आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में जारी रहना चाहती हूं और मैं आईसीसी की सदस्यता से अपना इस्तीफा देती हूं और यह तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा।

एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

अभ्यास करने वाली अधिवक्ता पिछले चार वर्षों से कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम, 2013 के तहत गठित संस्था की आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में काम कर रही हैं।

संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

–आईएएनएस

पीके/एएनएम

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चेन्नई, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। कलाक्षेत्र फाउंडेशन की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के सदस्य और मद्रास उच्च न्यायालय की अधिवक्ता बी.एस. अजीता ने कुछ फैकल्टी सदस्यों के खिलाफ यौन आरोपों के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है।

छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा, मैं अब आपकी संस्था के साथ नहीं जुड़ना चाहती और विशेष रूप से आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में जारी रहना चाहती हूं और मैं आईसीसी की सदस्यता से अपना इस्तीफा देती हूं और यह तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा।

एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

अभ्यास करने वाली अधिवक्ता पिछले चार वर्षों से कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम, 2013 के तहत गठित संस्था की आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में काम कर रही हैं।

संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

–आईएएनएस

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छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

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एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

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संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

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छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा, मैं अब आपकी संस्था के साथ नहीं जुड़ना चाहती और विशेष रूप से आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में जारी रहना चाहती हूं और मैं आईसीसी की सदस्यता से अपना इस्तीफा देती हूं और यह तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा।

एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

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संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

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छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

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एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

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संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

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छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

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एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

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संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

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छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

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एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

अभ्यास करने वाली अधिवक्ता पिछले चार वर्षों से कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम, 2013 के तहत गठित संस्था की आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में काम कर रही हैं।

संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

–आईएएनएस

पीके/एएनएम

चेन्नई, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। कलाक्षेत्र फाउंडेशन की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के सदस्य और मद्रास उच्च न्यायालय की अधिवक्ता बी.एस. अजीता ने कुछ फैकल्टी सदस्यों के खिलाफ यौन आरोपों के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है।

छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

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एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

अभ्यास करने वाली अधिवक्ता पिछले चार वर्षों से कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम, 2013 के तहत गठित संस्था की आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में काम कर रही हैं।

संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

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छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

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एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

अभ्यास करने वाली अधिवक्ता पिछले चार वर्षों से कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम, 2013 के तहत गठित संस्था की आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में काम कर रही हैं।

संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

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छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

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पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

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एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

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चेन्नई, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। कलाक्षेत्र फाउंडेशन की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के सदस्य और मद्रास उच्च न्यायालय की अधिवक्ता बी.एस. अजीता ने कुछ फैकल्टी सदस्यों के खिलाफ यौन आरोपों के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है।

छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा, मैं अब आपकी संस्था के साथ नहीं जुड़ना चाहती और विशेष रूप से आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में जारी रहना चाहती हूं और मैं आईसीसी की सदस्यता से अपना इस्तीफा देती हूं और यह तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा।

एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

अभ्यास करने वाली अधिवक्ता पिछले चार वर्षों से कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम, 2013 के तहत गठित संस्था की आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में काम कर रही हैं।

संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

–आईएएनएस

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चेन्नई, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। कलाक्षेत्र फाउंडेशन की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के सदस्य और मद्रास उच्च न्यायालय की अधिवक्ता बी.एस. अजीता ने कुछ फैकल्टी सदस्यों के खिलाफ यौन आरोपों के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है।

छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा, मैं अब आपकी संस्था के साथ नहीं जुड़ना चाहती और विशेष रूप से आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में जारी रहना चाहती हूं और मैं आईसीसी की सदस्यता से अपना इस्तीफा देती हूं और यह तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा।

एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

अभ्यास करने वाली अधिवक्ता पिछले चार वर्षों से कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम, 2013 के तहत गठित संस्था की आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में काम कर रही हैं।

संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

–आईएएनएस

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चेन्नई, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। कलाक्षेत्र फाउंडेशन की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के सदस्य और मद्रास उच्च न्यायालय की अधिवक्ता बी.एस. अजीता ने कुछ फैकल्टी सदस्यों के खिलाफ यौन आरोपों के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है।

छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

संस्थान में वर्तमान माहौल और महिला छात्रों और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर असंतोष ने मुझे फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मुझे संस्था की आंतरिक शिकायत समिति का बाहरी सदस्य बने रहना चाहिए।

पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के आधार पर वह कलाक्षेत्र फाउंडेशन के साथ आगे नहीं जुड़ना चाहती हैं।

अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा, मैं अब आपकी संस्था के साथ नहीं जुड़ना चाहती और विशेष रूप से आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में जारी रहना चाहती हूं और मैं आईसीसी की सदस्यता से अपना इस्तीफा देती हूं और यह तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा।

एडवोकेट अजीता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन चीजों को विवेकपूर्ण तरीके से सुलझाएगा, जिसका असर सभी प्रभावित छात्रों पर पड़ेगा।

अभ्यास करने वाली अधिवक्ता पिछले चार वर्षों से कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम, 2013 के तहत गठित संस्था की आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में काम कर रही हैं।

संस्थान की कई छात्राओं ने संस्थान के सहायक प्रोफेसर हरि पद्मन और तीन अन्य स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे। हरि पद्मन को चेन्नई पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और न्यायिक हिरासत में है।

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छात्राओं का आरोप है कि कुछ पुरुष शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।

अधिवक्ता बी.एस. अजिता ने कलाक्षेत्र फाउंडेशन के निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा, मैं आपके संस्थान में हाल के घटनाक्रमों और मुद्दों पर प्रशासन की प्रतिक्रिया से परेशान हूं।

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पत्र में एडवोकेट अजीता ने कहा कि विवाद में प्रशासन द्वारा की गई प्रतिक्रियाओं के बारे में उनकी अपनी आपत्तियां थीं।

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अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा, मैं अब आपकी संस्था के साथ नहीं जुड़ना चाहती और विशेष रूप से आंतरिक शिकायत समिति के सदस्य के रूप में जारी रहना चाहती हूं और मैं आईसीसी की सदस्यता से अपना इस्तीफा देती हूं और यह तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा।

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