भोपाल, 29 अगस्त (आईएएनएस)। रतलाम के प्रभारी मंत्री विजय शाह के स्कूलों में बच्चों के लिए यर सर की जगह जय हिंद और वंदे मातरम बोलने वाले बयान पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
वर्मा ने कहा कि यह बयान सरकार को मुख्य मुद्दों से भटकाने का एक प्रयास है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह पहले स्कूलों की व्यवस्था पर ध्यान दे और बयानबाजी से लाइमलाइट में आने की कोशिश ना करे।
वर्मा ने यह भी कहा कि ‘जय हिंद’ और ‘वंदे मातरम्’ जैसे राष्ट्रभक्ति के शब्द बच्चे पैदा होते ही सीख जाते हैं, इसलिए इनसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि बच्चों की शिक्षा और स्कूलों की स्थिति सुधारने पर ध्यान दिया जाए।
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, “जय हिंद और वंदे मातरम् तो बच्चे पैदा होते ही सीख जाते हैं। सवाल यह है कि बच्चों की पढ़ाई ठीक से हो रही है या नहीं। स्कूलों की स्थिति कैसी है, क्या शिक्षक सही तरीके से पढ़ा रहे हैं या नहीं। मैंने हाल ही में चार-पांच स्कूलों का दौरा किया और देखा कि कहीं बच्चे झाड़ के नीचे पढ़ रहे हैं, कहीं कीचड़ में बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं, और कहीं छत टपक रही है। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है।”
उन्होंने मंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि मंत्री वास्तविक धरातल पर काम करने की बजाय, मौजूदा प्रवृत्ति केवल लाइमलाइट में आने की है। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव को स्कूलों की व्यवस्था में सुधार पर ध्यान देना चाहिए।
वर्मा ने कहा, “हमारे बच्चों के भविष्य का निर्माण वास्तविकता में काम करके किया जाना चाहिए, न कि बयानबाजी कर। शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना आवश्यक है, और सिर्फ कुछ शब्दों को लेकर बहस करने से समस्या का समाधान नहीं होगा। सरकार को चाहिए कि वह स्कूलों की स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए।”
इससे पहले मंत्री विजय शाह ने कहा था कि बच्चों को उपस्थिति दर्ज करने के दौरान यस सर की जगह जय हिंद कहना होगा। इसके अलावा, स्कूलों में प्रतिदिन झंडा वंदन होगा। हम हर उस कदम को जमीन पर उतारने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे, जिससे बच्चों में देशभक्ति की भावना पैदा की जा सके।
–आईएएनएस
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