भोपाल, 1 नवंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को गोवर्धन पूजा के अवसर पर यहां कहा कि गोवर्धन पूजा का आयोजन पूरे राज्य में एक साथ हो रहा है। कृषि प्रधान मध्य प्रदेश में खेती के साथ-साथ पशुपालन और दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार इसे एक आंदोलन के रूप में ले रही है। जब पूरा समाज गोवर्धन पर्व मनाता है, तो सरकार कैसे पीछे रह सकती है?
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि गोवर्धन पूजा का आयोजन केवल धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति से जुड़ने का एक अवसर है। उन्होंने सभी पशुपालकों को बधाई देते हुए कहा कि भगवान कृष्ण ने पांच हजार साल पहले गोपाल के रूप में गायों की देखभाल की थी और यही परंपरा हमें आज भी प्रेरित करती है। उन्होंने गोवंश की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में हमारे पास एक करोड़ 39 लाख गोवंश हैं और हम दूध उत्पादन की क्षमता को नौ फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी तक ले जाने की योजना बना रहे हैं। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के माध्यम से हम सभी पशुपालकों की दूध उत्पादन क्षमता बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
सीएम यादव ने यह भी कहा कि सरकार दूध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए बोनस देने की तैयारी कर रही है। उन्होंने स्थानीय निकायों तथा गौशालाओं के माध्यम से बूढ़े, अपाहिज और लावारिस पशुओं की देखभाल का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार गौशालाओं में इन पशुओं को रखेगी और दूध उत्पादन के क्षेत्र में आने की इच्छा रखने वाले किसानों को विभिन्न प्रकार का अनुदान देगी। हमारा उद्देश्य है कि प्रत्येक किसान परिवार को दूध उत्पादन में लाभांश मिले।
उन्होंने पशुओं को नुकसान पहुंचाने वाली घटनाओं की चर्चा की। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ऐसी घटनाओं की गहन जांच करें ताकि भविष्य में इस प्रकार की कोई घटना न हो।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की मौत के मामले पर सीएम ने कहा, “किसी भी प्रकार की पशु हानि होती है तो यह अत्यंत दुखदायी होता है। मेरी जानकारी में आया कि हाथियों की मृत्यु हुई है। मैंने अधिकारियों से कहा है कि वे मामले की जानकारी निकालें। आम तौर पर ऐसी घटनाएं होती नहीं हैं, लेकिन इस घटना के चलते हम सबके मन में पीड़ा है। हम इसकी जांच कर रहे हैं।”
जीतू पटवारी के पत्र लिखने पर सीएम मोहन यादव ने कहा कि जीतू पटवारी को किसने मना किया है? वह आएं पूजा करें, उन्हें तो कोई नहीं रोक रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पटवारी को वोट बैंक की चिंता अधिक है।
–आईएएनएस
पीएसके/एकेजे