भोपाल, 5 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में गायों के संरक्षण के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। गौशाला के बाद अब राज्य सरकार गोवंश वन विहार बनाने की तैयारी कर रही है। राज्य मंत्री लखन पटेल ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में पशु सड़कों पर घूमते रहते हैं। इस पर नियंत्रण के लिए गौवंश वन विहार बनाने की तैयारी चल रही है।
लखन पटेल ने कहा कि प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या बढ़ती जा रही है। इस समस्या को खत्म करने के लिए हमने केंद्र सरकार से सहयोग मांगा है। उन्होंने हमें आश्वस्त भी किया है। इस संबंध में मध्य-प्रदेश कैडर की सचिव अलका उपाध्याय से भी बातचीत हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्थित गौशाला की सीमित क्षमता है। उससे कहीं ज्यादा पशु सड़क पर हैं। प्रदेश को गौशाला और गौ वंश विहार दोनों की जरूरत है। बहुत से लोगों ने अपनी पालतू गायों को भी सड़क पर छोड़ रखा है।
पटेल ने कहा, हमने 6 दिनों में 4 हजार जानवर सड़क से उठाए हैं। हम जब सड़क से पशुओं को उठाने के लिए जाते हैं, तो बहुत सारे ऐसे लोग भी होते हैं, जो कहते हैं कि यह हमारा पालतू पशु है, इसे छोड़ दीजिए। इस तरह की चीजें भी हो रही हैं।
बता दें कि मध्यप्रदेश में आवारा पशुओं की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सड़कों पर घूमने वाले पशुओं की वजह से सड़क दुर्घटना में भी होती हैं। शहर के बाजारों, सब्जी मंडी, फल मंडी और अन्य जगहों पर आवारा मवेशी सड़कों पर बैठे नजर आते हैं।
सड़कों पर जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है। राहगीर घंटों जाम में फंसने से परेशान हो जाते हैं। कई बार पशुओं को रास्ते से हटाने के चक्कर में लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। कुछ मामलों में तो लोगों को जान भी गंवानी पड़ी है।
वहीं मवेशी भी कई बार भारी वाहनों की चपेट में आ जाते हैं। कभी वो घायल हो जाते हैं, तो कभी उनकी भी मौत हो जाती है। अक्सर देखा जाता है कि पशुओं के मालिक उन्हें सड़कों पर आवारा छोड़ देते हैं। ऐसे में उनके पास रहने का कोई ठिकाना नहीं होता है और वो सड़कों पर बैठे नजर आते हैं। इस समस्या को खत्म करने की दिशा में राज्य सरकार गोवंश वन विहार बनाने की योजना तैयार कर रही है।
–आईएएनएस
एसएम/सीबीटी
भोपाल, 5 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में गायों के संरक्षण के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। गौशाला के बाद अब राज्य सरकार गोवंश वन विहार बनाने की तैयारी कर रही है। राज्य मंत्री लखन पटेल ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में पशु सड़कों पर घूमते रहते हैं। इस पर नियंत्रण के लिए गौवंश वन विहार बनाने की तैयारी चल रही है।
लखन पटेल ने कहा कि प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या बढ़ती जा रही है। इस समस्या को खत्म करने के लिए हमने केंद्र सरकार से सहयोग मांगा है। उन्होंने हमें आश्वस्त भी किया है। इस संबंध में मध्य-प्रदेश कैडर की सचिव अलका उपाध्याय से भी बातचीत हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्थित गौशाला की सीमित क्षमता है। उससे कहीं ज्यादा पशु सड़क पर हैं। प्रदेश को गौशाला और गौ वंश विहार दोनों की जरूरत है। बहुत से लोगों ने अपनी पालतू गायों को भी सड़क पर छोड़ रखा है।
पटेल ने कहा, हमने 6 दिनों में 4 हजार जानवर सड़क से उठाए हैं। हम जब सड़क से पशुओं को उठाने के लिए जाते हैं, तो बहुत सारे ऐसे लोग भी होते हैं, जो कहते हैं कि यह हमारा पालतू पशु है, इसे छोड़ दीजिए। इस तरह की चीजें भी हो रही हैं।
बता दें कि मध्यप्रदेश में आवारा पशुओं की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सड़कों पर घूमने वाले पशुओं की वजह से सड़क दुर्घटना में भी होती हैं। शहर के बाजारों, सब्जी मंडी, फल मंडी और अन्य जगहों पर आवारा मवेशी सड़कों पर बैठे नजर आते हैं।
सड़कों पर जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है। राहगीर घंटों जाम में फंसने से परेशान हो जाते हैं। कई बार पशुओं को रास्ते से हटाने के चक्कर में लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। कुछ मामलों में तो लोगों को जान भी गंवानी पड़ी है।
वहीं मवेशी भी कई बार भारी वाहनों की चपेट में आ जाते हैं। कभी वो घायल हो जाते हैं, तो कभी उनकी भी मौत हो जाती है। अक्सर देखा जाता है कि पशुओं के मालिक उन्हें सड़कों पर आवारा छोड़ देते हैं। ऐसे में उनके पास रहने का कोई ठिकाना नहीं होता है और वो सड़कों पर बैठे नजर आते हैं। इस समस्या को खत्म करने की दिशा में राज्य सरकार गोवंश वन विहार बनाने की योजना तैयार कर रही है।
–आईएएनएस
एसएम/सीबीटी