deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट शुरू, दो भागों में होगा काम

by
December 15, 2023
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

READ ALSO

ईरान का इजरायल पर दागी मिसाइलें, हमले में एक महिला की मौत, 40 से ज्यादा घायल

ईरान पर इजरायल के हमलों की मिडिल ईस्ट ने निंदा की

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

ADVERTISEMENT

हरिद्वार, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। इस साल उत्तराखंड में हुई बारिश ने मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचाया था। अब, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, जिसका काम भी शुरू हो गया है।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ज्याल ने कहा कि पहाड़ियों का ट्रीटमेंट दो भागों में किया जाएगा। पहले भाग में शॉर्ट टर्म फिर मेजर कार्यों पर फोकस किया जाएगा। शॉर्ट टर्म कार्यों में चेकडैम पहाड़ का ट्रीटमेंट और पहाड़ पर प्लांटेशन इत्यादि का काम किया जाएगा। मेजर कार्यों में पहाड़ से मिट्टी शहर की तरफ ना आए, इसके लिए मिट्टी को रोकने और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्य होंगे।

जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग एस्टीमेट बनाकर जिलाधिकारी को सौंपेगा। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे।

दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट मिटिगेशन सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा। मनसा देवी पहाड़ से आठ मुख्य स्थानों पर भूस्खलन होता है। राजाजी पार्क और सिंचाई विभाग की टीम ने मनसा देवी पहाड़ का निरीक्षण कर जांच की। इस दौरान टीम ने रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य होने वाले स्थानों को चिह्नित किया।

जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, निचले स्थानों पर सड़क किनारे बनने वाले नालों पर कितने चेकडैम लगने हैं, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को नुकसान न हो आदि बिंदुओं पर होने वाले कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य का डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है। एक सप्ताह के भीतर कार्यदायी संस्था उत्तराखंड सिंचाई विभाग कार्यों का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एबीएम

Related Posts

Uncategorized

ईरान का इजरायल पर दागी मिसाइलें, हमले में एक महिला की मौत, 40 से ज्यादा घायल

June 14, 2025
ताज़ा समाचार

ईरान पर इजरायल के हमलों की मिडिल ईस्ट ने निंदा की

June 14, 2025
देहरादून: ऐतिहासिक पलों का गवाह बना आईएमए, श्रीलंकाई सेना प्रमुख ने ली पासिंग आउट परेड की सलामी
ताज़ा समाचार

देहरादून: ऐतिहासिक पलों का गवाह बना आईएमए, श्रीलंकाई सेना प्रमुख ने ली पासिंग आउट परेड की सलामी

June 14, 2025
भीषण गर्मी से उत्तर भारत को आज से राहत मिलने की उम्मीद: आईएमडी
Uncategorized

भीषण गर्मी से उत्तर भारत को आज से राहत मिलने की उम्मीद: आईएमडी

June 14, 2025
Uncategorized

इजरायली हमले से ईरान के साथ परमाणु समझौता करने में मिल सकती है मदद : ट्रंप

June 14, 2025
ताज़ा समाचार

देहरादून: ऐतिहासिक पलों का गवाह बना आईएमए, श्रीलंकाई सेना प्रमुख ने ली पासिंग आउट परेड की सलामी

June 14, 2025
Next Post

ओडिशा सीएम के करीबी सहयोगी ने की 2024 विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

[email protected]

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

084315
Total views : 5892204
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In