नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली आबकारी नीति मामले में जमानत मिल गई है। आम आदमी पार्टी के विधायक शिव चरण गोयल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बिना किसी सबूत के उन्हें जेल में डाला गया, अभी बहुत सी बातें निकल कर सामने आएंगी।
‘आप’ विधायक शिव चरण गोयल ने कहा, तानाशाही की हार हुई है और लोकतंत्र की जीत हुई है। हमारे शिक्षा मंत्री पूरे देश में एकमात्र शिक्षा मंत्री हैं, जिन्होंने बताया कि सर्वश्रेष्ठ शिक्षा कैसे दी जाती है। दिल्ली के स्कूलों की चर्चा अमेरिकी न्यूज पेपर के पहले पेज पर हुई है। उसमें लिखा गया कि दिल्ली के स्कूलों में जो परिवर्तन हुआ, वो आज तक भारत के इतिहास में कभी नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, “उस शिक्षा मंत्री को 17 महीने पहले बिना किसी सबूत के जेल में डाल दिया गया। 9 अगस्त को उनको बेल मिल गई। लेकिन 17 महीने का जवाब अब केंद्र सरकार देगी। बिना किसी सबूत के उनको जेल में डाला। केंद्र सरकार को अपनी तानाशाही का जवाब आने वाले दिनों में देना पड़ेगा।”
बता दें लंबी जद्दोजहद के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लेफ्ट हैंड कहे जाने वाले मनीष सिसोदिया को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में जमानत दे दी। उन्हें केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के साथ-साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) वाले मामले में भी जमानत मिली है।
सिसोदिया पर आरोप था कि उन्होंने पैसे लेकर दिल्ली की आबकारी नीति तैयार की थी, जिसे अब रद्द किया जा चुका है। आरोप है कि उन्होंने इस नीति को शराब कारोबारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया था।
मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने 26 फरवरी 2023 को लंबी पूछताछ के बाद उनके आवास से गिरफ्तार किया था। इसके उन्होंने कई बार जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया, लेकिन हर बार निराशा हाथ लगी। लेकिन अब अदालत ने उन्हें जमानत दे दी है। आम आदमी पार्टी ने इसे ‘सत्य की जीत’ बताया है।
–आईएएनएस
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