भोपाल, 11 जनवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में रोजगार की समस्या को लेकर शिवराज सरकार पर हमला बोला और कहा कि भाषण से निवेश नहीं आता, निवेश विश्वास से आता है, विश्वास समिट करने और भाषण देने से नहीं आयेगा।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अधिकारी- कर्मचारी प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कमलनाथ कहा कि, आज का नौजवान रोजगार-व्यवसाय का मौका चाहता है और यह मौका तभी आयेगा तब निवेश आयेगा और निवेश आने से आर्थिक गतिविधियां बनती है।
उन्हांेने शिवराज सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि भाषण ने निवेश नहीं आता, निवेश विश्वास से आता है, विश्वास समिट करने और भाषण देने से नहीं आयेगा।
कमलनाथ ने राज्य की व्यावसायिक गतिविधियों का जिक्र करते हुए कहा, कृषि क्षेत्र मप्र की नींव है, किसान संपन्न होगा तो प्रदेश भी उन्नति और प्रगति करेगा। यदि नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है, तो वह भविष्य का निर्माण कैसे करेगा।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में हमने 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया। गौशालाएं बनायी, महिलाआंे, युवाओं के लिए कार्य किये, शुद्ध के लिये युद्ध अभियान चलाया, माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया। अंत में उन्होंने कहा कि आप सबने प्रशासन में कार्य किया है, आपकी सोच है सूझबूझ है, आपकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, कर्तव्य है आप समाज में जैसा संदेश देंगे, आने वाली पीढ़ी का भविष्य बन सके, संविधान और संस्कृति बनी रही।
आगामी समय में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हर चुनाव में अलग-अलग विषय आते हैं अलग-अलग मुद्दे आते हैं परंतु आज जो चुनाव सामने होंगें वह हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है, ऐसी चुनौती आपके जीवन में कभी नहीं आई होगी, एक चुनौती हमारे संविधान और संस्कृति को बचाने की भी है। हमें तय करना होगा कि हम आने वाली पीढ़ियों को कैसा भविष्य सौंपना चाहते हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि हम संविधान और संस्कृति के रक्षक बने। बाबा साहब का बनाया हुआ संविधान गलत हाथों में चला जाएगा तो उसका क्या परिणाम होगा? संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद किया जा रहा है यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बनते ही कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल होगी।
राज्य मे कर्मचारियों और अधिकारियों को लेकर उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा सरकार अधिकारियों और पुलिस पर दबाव बनाकर कार्य करवा रही है, इससे संकट की स्थिति बनती जा रही है।
उन्होंने कहा कि आपने अपने कैरियर मंे बहुत कुछ देखा है, आज कर्मचारी अपनी शपथ और पुलिस अपनी बर्दी की इज्जत नहीं करेगा तो उसे पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। कोई भी अधिकारी- कर्मचारी कभी मेरे ऊपर उंगली नहीं उठा सकता।
कमलनाथ ने कहा कि वर्तमान सरकारों द्वारा समाज में बिखराव किया जा रहा है, भाषा का विरोध किया जा रहा है, धर्म को बांटा जा रहा है, खालिस्तान के नारे लगाये जा रहे हैं। आज जो तस्वीर हमारे सामने हैं, उसे बदलने के लिए हमें हमारी संस्कृति और संविधान का रक्षक बनना होगा। भारतीय जनता पार्टी की राजनीति गुमराह करने ओर ध्यान मोड़ने की है। किस तरह 2014 और 2019 में मोदी रोजगार और किसानों की बात करते थे आज वे न रोजगार और न किसान की बात करते हैं। वे तो लोगों का ध्यान मोड़ने और भ्रमित करने के लिए राष्ट्रवाद और खालिस्तान की बात करने लग जाते हैं।
कमलनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री बतायें वे कैसा आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं? क्या यही आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं कि युवाओं के पास रोजगार नहीं, व्यवसाय नहीं, महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है, किसान परेशान है। वहीं प्रदेश में शिवराज सरकार में तो भ्रष्टाचार का ऐसा आलम है कि आज पैसा, पुलिस और प्रशासन की राजनीति हो रही है।
–आईएएनएस
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