deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

ममता की समझौते की कोशिश नाकाम हुई : शुभेंदु अधिकारी

by
December 3, 2022
in ताज़ा समाचार
0
ममता की समझौते की कोशिश नाकाम हुई : शुभेंदु अधिकारी
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

READ ALSO

त्योहारों की मांग का हवाला देते हुए स्विगी ने प्लेटफॉर्म फी बढ़ाकर 14 रुपए की

झारखंड के पलामू में मानसिक रूप से बीमार दामाद ने सास की हत्या के बाद कर ली आत्महत्या

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

ADVERTISEMENT

कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजनीति में कई अटकलें लगाई जा रही थीं, जब विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तीन अन्य भाजपा विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।

उस बैठक का जिक्र करते हुए अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें आमंत्रित करने का मकसद उनके साथ समझौता करना था, जिसे उन्होंने अपने साथ तीन साथी विधायकों को ले जाकर विफल कर दिया।

अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के लोकसभा क्षेत्र डायमंड हार्बर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे साथ समझौते की उनकी योजना थी। लेकिन मैंने उनके इरादों का पहले ही अंदाजा लगा लिया था। इसलिए, मैंने अपने तीन साथी विधायकों को मेरे साथ मुख्यमंत्री के कमरे में चलने को कहा। अधिकारी द्वारा किए गए दावों पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

25 नवंबर को प्रश्नकाल सत्र के बाद विधानसभा के मार्शल ने अधिकारी को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अपने कमरे में उनके साथ बैठक करना चाहती हैं। हालांकि, अधिकारी ने अकेले जाने के बजाय साथी भाजपा विधायकों मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को अपने साथ चलने के लिए कहा, और वह विधायकों के साथ सीएम ममता से मिले।

अधिकारी ने बैठक के बाद 25 नवंबर को कहा था, अगर मैं मुख्यमंत्री से उनके कमरे में अकेले मिला होता, तो इससे बहुत सारी राजनीतिक अफवाहें और बहसें हो सकती थीं। इसलिए, जैसे ही मुझे सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री मुझसे मिलना चाहती हैं तो मैंने मनोज तिग्गा, अशोक लाहिड़ी और अग्निमित्रा पॉल को मेरे साथ चलने के लिए कहा।

इस बीच, शनिवार को डायमंड हार्बर में रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। अधिकारी ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार से आने वाला विकास कोष आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें बीच में ही लूटा जा रहा है।

–आईएएनएस

केसी/एसजीके

Related Posts

ताज़ा समाचार

त्योहारों की मांग का हवाला देते हुए स्विगी ने प्लेटफॉर्म फी बढ़ाकर 14 रुपए की

August 15, 2025
ताज़ा समाचार

झारखंड के पलामू में मानसिक रूप से बीमार दामाद ने सास की हत्या के बाद कर ली आत्महत्या

August 15, 2025
‘द बंगाल फाइल्स’ को लेकर होने वाले कार्यक्रम पर लगी रोक, विवेक रंजन अग्निहोत्री ने गुस्से में कहा- ‘ट्रेलर तो कोलकाता में ही लॉन्च होगा’
ताज़ा समाचार

‘द बंगाल फाइल्स’ को लेकर होने वाले कार्यक्रम पर लगी रोक, विवेक रंजन अग्निहोत्री ने गुस्से में कहा- ‘ट्रेलर तो कोलकाता में ही लॉन्च होगा’

August 15, 2025
ताज़ा समाचार

महाराष्ट्र-हरियाणा से आए सरपंचों ने कहा-पीएम मोदी को लालकिले के प्राचीर से सुनकर गर्व महसूस हुआ

August 15, 2025
ताज़ा समाचार

महाराष्ट्र-हरियाणा से आए सरपंचों ने कहा-पीएम मोदी को लालकिले के प्राचीर से सुनकर गर्व महसूस हुआ

August 15, 2025
ताज़ा समाचार

बीजिंग : छोटे से खत में देश और परिवार के प्रति प्रेम का संदेश

August 15, 2025
Next Post
गुजरात विधानसभा चुनाव : दूसरे चरण के लिए प्रचार थमा

गुजरात विधानसभा चुनाव : दूसरे चरण के लिए प्रचार थमा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

093540
Total views : 5944614
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In