कोलकाता, 14 सितंबर (आईएएनएस)। हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी भाषी समुदाय को बधाई दी और राज्य सरकार द्वारा उनके विकास के लिए किए गए प्रयासों का उल्लेख किया।
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “आज हिन्दी दिवस है। इस अवसर पर सभी हिन्दी भाषी भाई-बहनों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। प्रत्येक वर्ष हम श्रद्धा के साथ हिन्दी दिवस मनाते हैं। हम सभी भाषाओं के प्रति श्रद्धावान हैं। इस संदर्भ में कहूं तो वर्ष 2011 के बाद से राज्य में हिन्दी भाषी लोगों के विकास के लिए हमने कई अहम कदम उठाए हैं। जिन क्षेत्रों में 10 प्रतिशत से अधिक लोग हिन्दी भाषा में बात करते हैं, वहां हिन्दी को सरकारी भाषा का दर्जा दिया गया है। हमने संथाली, कुरुख, कुड़माली, नेपाली, उर्दू, राजवंशी, कामतापुरी, उड़िया, पंजाबी, तेलगु भाषाओं को भी सरकारी भाषा के रूप में मान्यता दी है। सादरी भाषा के विकास के लिए भी हम प्रयासरत हैं।”
सीएम ममता ने कहा, “हिन्दी भाषा के विकास के लिए हिन्दी अकादमी का गठन किया गया है। शिक्षा के क्षेत्र की बात करें तो हावड़ा में हिन्दी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। बानारहाट और नक्सलबाड़ी में हिन्दी माध्यम के डिग्री कॉलेज खोले गए हैं। इसके अलावा कई कॉलेजों में हिन्दी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। उच्च माध्यमिक के प्रश्नपत्र अब हिन्दी में भी उपलब्ध हैं। रवीन्द्र मुक्त विद्यालय के छात्र-छात्राएं हिन्दी भाषा में माध्यमिक परीक्षा दे पा रहे हैं। असंगठित क्षेत्र में कार्यरत हिन्दी भाषी लोगों सहित अन्य लोगों के लिए निशुल्क सामाजिक सुरक्षा योजनाएं शुरू की गई हैं।”
सीएम ममता ने आगे लिखा, “गंगासागर मेले के मद्देनजर उस क्षेत्र में उत्कृष्ट आधारभूत संरचना विकसित की गई है। हिन्दी भाषी समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए, राज्य सरकार ने छठ पूजा के उपलक्ष्य में दो दिन की सरकारी छुट्टी की घोषणा की है। हिन्दी दिवस पर मेरा अभिनन्दन ग्रहण करें।”
–आईएएनएस
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