नई दिल्ली, 7 सितंबर (आईएएनएस)। फिल्म इंडस्ट्री में सुपरस्टार का तमगा उन्हीं एक्टरों को मिलता है, जिसकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड बनाती हैं। उनकी फिल्मों के लिए दर्शकों में दीवानापन ही उन्हें सुपरस्टार का दर्जा दिलाता है। हम आपको साउथ फिल्म इंडस्ट्री के एक ऐसे सितारे के बारे में बताते हैं, जो 73 साल के होने के बाद भी सुपरस्टार की जिंदगी जी रहे हैं।
मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार ममूटी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। 7 सितंबर 1948 को जन्में सुपरस्टार ममूटी की गिनती मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के टॉप एक्टरों में होती है। उनकी फिल्मों की दीवानगी का ऐसा आलम होता है कि फिल्म इंडस्ट्री में लगभग चार दशक से अधिक समय बिताने के बाद भी दर्शक उनकी एक्टिंग के कायल हैं।
ममूटी का असली नाम मुहम्मद कुट्टी पनिपरमबिल इस्माइल है। करीब 400 से अधिक फिल्मों में काम करने वाले ममूटी ने अपने करियर की शुरुआत ‘विलक्कांउन्दु स्वप्नंगल’ से की। उनकी पहली फिल्म साल 1980 में रिलीज हुई थी। इसके बाद 1980 और 1990 का दशक उनके लिए सफल साबित हुआ।
1988 में उन्होंने मलयालम सिनेमा के इतिहास की सबसे बड़ी हिट फिल्म ‘ओरु सीबीआई डायरी कुरिप्पू’ दी, जिसने न सिर्फ केरल बल्कि तमिलनाडु में भी बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़े। ममूटी के नाम एक साल में लगभग 35 फिल्में करने का रिकॉर्ड भी दर्ज है।
फिल्मों के अलावा वह अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल के लिए जाने जाते हैं। वह अपनी फिल्में के साथ आलीशान घर में रहते हैं, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये बताई जाती है। यही नहीं, उनके पास लग्जरी कारों का भी कलेक्शन है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी अधिकतर कारों की कीमत 100 करोड़ रुपये है।
ममूटी ने अपने सफल करियर में तीन बार नेशनल अवॉर्ड जीता। इसके अलावा उन्हें सात केरल राज्य फिल्म पुरस्कार और 13 फिल्मफेयर पुरस्कार दक्षिण जीते हैं। सिनेमा के क्षेत्र में योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार ने ‘पद्म श्री’ से नवाजा। उन्होंने अपने करियर में हिंदी, अंग्रेजी के अलावा तमिल और तेलुगु में भी काम किया।
–आईएएनएस
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