कोलकाता, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल मवेशी तस्करी घोटाले के एक फरार आरोपी अब्दुल लतीफ की संपत्तियों को जब्त कर सकती है, जिसका नाम कोयला व्यापारी और भाजपा नेता राजू झा की हत्या के मामले में फिर से सामने आया है।
सीबीआई के अनुसार, लतीफ तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता और पार्टी के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल के बेहद करीबी थे। मंडल इस समय पशु-तस्करी घोटाले में कथित संलिप्तता के आरोप में दिल्ली में न्यायिक हिरासत में है।
सीबीआई के रिकॉर्ड के अनुसार, लतीफ, जो मुख्य रूप से बीरभूम जिले के एक पशु-व्यापार केंद्र से मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा तक तस्करी वाले मवेशियों के सुगम मार्ग की निगरानी के लिए जिम्मेदार था, पिछले साल अगस्त में मंडल को गिरफ्तार किए जाने के बाद से फरार हो गया था।
दरअसल, सीबीआई द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने के तुरंत बाद वह फरार हो गया था। मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि चूंकि लतीफ ने न तो अदालत में आत्मसमर्पण किया और न ही किसी अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया, इसने सीबीआई के लिए लतीफ को आधिकारिक तौर पर भगोड़ा घोषित करने और बाद में उसकी संपत्ति को जब्त करने का रास्ता साफ कर दिया है।
पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धवान जिले में एनएच-19 पर अज्ञात हमलावरों द्वारा 1 अप्रैल की शाम भाजपा नेता और कोयला व्यापारी राजू झा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, वह लतीफ के नाम पर रजिस्टर्ड एक टोयोटा एसयूवी में दुगार्पुर से कोलकाता जा रहे थे।
उस दिन झा अपने सहयोगी ब्रोतिन बंदोपाध्याय के साथ लतीफ के वाहन में यात्रा कर रहे थे।
–आईएएनएस
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