जम्मू, 5 सितंबर (आईएएनएस)। नेटफ्लिक्स की ‘आईसी 814, द कंधार हाईजैक’ सीरीज पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जम्मू कश्मीर के पूर्व डीजीपी एस.पी. वैद ने “तथ्यों को छिपाने” की आलोचना करते हुए कहा कि उस वक्त मसूद अजहर के चेहरे पर “घिनौनी मुस्कुराहट” थी।
एस.पी. वैद ने कहा कि ‘आईसी 814’ कंधार हाईजैक पर जो वेब सीरीज बनाई गई है, उसमें तथ्यों को छुपाया गया है। पाकिस्तान और आईएसआई की भूमिका को मजबूती से नहीं दिखाया गया है और छिपाने की कोशिश की गई है। उनको क्लीन चिट देने की कोशिश की गई है।
उन्होंने कहा कि इस वेब सीरीज में विमान हाईजैकर के असली नाम छिपाए गये हैं। वे आईएसआई के स्पॉन्सर पाकिस्तानी आतंकवादी थे, लेकिन सीरीज में उनके नाम भोला और शंकर ही बताये गये हैं जो उनके कोड नाम थे।
पूर्व डीजीपी ने कहा, “यह कितने अफसोस की बात है कि आप दुनिया को भ्रमित कर रहे हैं। आने वाली पीढ़ी जिनको पूरी बात नहीं मालूम होगी, वे क्या सोचेंगे कि विमान का अपहरण भारत के लोगों ने की थी। इसमें आईएसआई और पाकिस्तान को कोई रोल नहीं है।”
जम्मू के पूर्व पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि वह उस हाईजैकिंग के चश्मदीद हैं। उन्होंने डीआईजी जम्मू के रूप में मसूद अजहर की रिलीज को जेल से सुपरवाइज किया था। उन्होंने कहा, “मुझे उसे जम्मू ले जाना पड़ा था, जहां स्पेशल विमान उसे दिल्ली ले जाने के लिए इंतजार कर रहा था। मसूद अजहर के चेहरे पर घिनौनी मुस्कुराहट बता रही थी कि कैसे उसने खुद को छुड़वाने के लिए देश को मजबूर किया था।”
पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की आतंकवाद के प्रति रुख की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारा देश उस वक्त 194 यात्रियों को बचाने के लिए ब्लैकमेल हुआ था, लेकिन आज अगर कोई मसूद अजहर जैसा दानव ऐसा करने की कोशिश करता तो वह कब्र में होता। किसी भी हालत में विमान को अमृतसर से उड़ने नहीं दिया जाता। आज की सरकार उनको करारा जवाब देती और पाकिस्तान को एक और हमले का सामना करना पड़ता। यह हम सब के लिए सीख है।
बता दें कि हाल ही में आई वेब सीरीज ‘आईसी-814: द कंधार हाइजैक’ विवादों में घिर गई है। विवाद बढ़ने पर भारत सरकार ने नेटफ्लिक्स की कंटेंट प्रमुख मोनिका शेरगिल को तलब किया। इसके बाद मोनिका शेरगिल ने सूचना प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू से मुलाकात की। बैठक के बाद नेटफ्लिक्स ने बयान जारी करके सीरीज में बदलावों की भी जानकारी दी।
–आईएएनएस
एसएम/एकेजे