नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। महंगाई को लेकर एक बार फिर से कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का नया दौर शुरू हो गया है। इस बार कांग्रेस और भाजपा के बीच महंगाई को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का यह नया दौर जीवन बीमा पॉलिसी के सरेंडर करने के आंकड़ों को लेकर शुरू हुआ।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महंगाई को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मोदी सरकार पर हमला बोला तो भाजपा की तरफ से पलटवार करते हुए भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कांग्रेस शासित राजस्थान के महंगाई दर में लगातार टॉप पर बने रहने का दावा करते हुए कहा कि महंगाई पर कांग्रेस बात न ही करे तो बेहतर होगा।
खड़गे ने महंगाई को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए एक्स ( पहले ट्विटर) कर कहा, ” लूट की कोई नहीं सीमा, महंगाई ने छीना जीवन बीमा! मोदी सरकार की मुनाफ़ाख़ोरी की नीति के चलते एक आम परिवार का घर चलाना मुश्किल हो चला है। जानलेवा महंगाई का परिणाम यह है कि ज़रूरी जीवन बीमा पॉलिसी भी लोग सरेंडर करने पर मजबूर हो गए हैं। पिछले 5 सालों में 47 प्रतिशत लोगों ने जीवन बीमा पॉलिसी लौटा दी है। अगर ये है जनता की जेब का हाल, तो नहीं चाहिए ऐसा अमृत काल!”
खड़गे के एक्स पर रिप्लाई करते हुए मालवीय ने कहा, “खड़गे जी, महंगाई पर कांग्रेस बात न ही करे तो बेहतर होगा ! राजस्थान महंगाई दर में लगातार टॉप पर बना हुआ है। अगस्त के महंगाई दर के आंकड़ों के हिसाब से टॉप 6 में से 5 घमंडिया गठबंधन और ग़ैर-भाजपा शासित राज्य हैं- राजस्थान, तेलंगाना, झारखंड, उड़ीसा और कर्नाटक!”
जीवन बीमा पॉलिसी के सरेंडर के खड़गे के आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए भाजपा नेता ने आगे कहा, “आप एक ऐसी रिपोर्ट को बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रहे हैं, जिसमें महज़ कुछ लोगों का ओपिनियन सर्वे किया गया है और जो सही हक़ीक़त नहीं दर्शा रही! 2011-12 में 71,000 रुपये करोड़ की जीवन बीमा पॉलिसी सरेंडर की गई, उस समय महंगाई 10 प्रतिशत से ज्यादा थी, जनता पर महंगाई का बोझ था और सेविंग्स के लिए कुछ नहीं बचता था। उस समय आप लोग देश लूटने में व्यस्त थे! बीमा की पहुंच और उसकी क़ीमत की बात करें तो गरीबों और कमजोर लोगों को पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना जैसी मोदी सरकार की योजनाओं से लाभ हुआ है! यह योजना 16 करोड़ लोगों तक पहुंची, जो मात्र 436 रुपये प्रति वर्ष पर 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर प्रदान करती है। पीएम सुरक्षा बीमा योजना में 34 करोड़ से अधिक नामांकन हैं, जो केवल 20 रुपये प्रति वर्ष पर 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर प्रदान करती है। आप कुछ समझे?”
–आईएएनएस
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