पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है। हर तरफ प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
–आईएएनएस
पीएसके/एबीएम
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पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है। हर तरफ प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
–आईएएनएस
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पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है। हर तरफ प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
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बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
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उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
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बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
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बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
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बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
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पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है। हर तरफ प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
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उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
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बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
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उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
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बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
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पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है। हर तरफ प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
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पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है। हर तरफ प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
–आईएएनएस
पीएसके/एबीएम
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पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है। हर तरफ प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
–आईएएनएस
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पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है। हर तरफ प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
–आईएएनएस
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पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है। हर तरफ प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
–आईएएनएस
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पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है। हर तरफ प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान देने वाले नेताओं को शर्म आनी चाहिए। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से केवल समाज में नफरत फैलती है और ये केवल वोट बैंक की राजनीति करने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर की धरती पर पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी के रूप में पेश करने की कोशिश की है। इस तरह के बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और घृणास्पद हैं। जो लोग हिंदुत्व पर आरोप लगाने की कोशिश करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हिंदुत्व हमारी संस्कृति, धरोहर और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुस्तान में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर काम किया जा रहा है, वहीं इस धरती का नमक खाकर हिंदुत्व की आलोचना करना बेहद शर्मनाक है। ऐसे नेताओं को अगर हिंदुस्तान में रहकर परेशानी हो रही है, तो उन्हें पाकिस्तान में जाकर रहना चाहिए। क्या जरूरत है इन्हें हिंदुस्तान में रहने की? इनकी राजनीति का स्तर घटिया हो चुका है और ये इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”