महाकुंभ नगर, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के 76वें जिले महाकुंभ नगर में बने अस्थाई अस्पताल में रविवार को एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया। यह इस अस्पताल में जन्मा पहला बच्चा है।
महाकुंभ नगर के सेंट्रल हॉस्पिटल में चिकित्सकों ने डिलीवरी कराने में सफलता प्राप्त की। सेंट्रल हॉस्पिटल में डॉक्टर गौरव दुबे के नेतृत्व में तीन चिकित्सकों की टीम ने मिलकर महिला का प्रसव कराया।
महाकुंभ मेला के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि महाकुंभ नगर में बने सेंट्रल हॉस्पिटल में पहले बच्चे का जन्म हुआ है। 20 वर्षीय महिला सोनम को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। चिकित्सकों के अनुसार बच्चे का वजन 2.4 किलो है।
सेंट्रल हॉस्पिटल में डॉक्टर गौरव के नेतृत्व में डॉक्टर नूपुर और डॉक्टर वर्तिका ने यह सफल ऑपरेशन किया। उन्होंने बताया कि जच्चा और बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं। दोनों को सेंट्रल हॉस्पिटल से एंबुलेंस से स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
महाकुंभ मेला क्षेत्र के परेड में स्थापित अस्थाई अस्पताल में पहली बार डिलीवरी की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। यहां लेबर रूम भी स्थापित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक दुनिया के सबसे बड़े मानवीय समागम ‘महाकुंभ 2025’ का आयोजन होने जा रहा है। इसे लेकर प्रयागराज में तैयारियां अपने अंतिम दौर में हैं। सीएम योगी की प्रेरणा से इस बार महाकुंभ को दिव्य-भव्य के साथ स्वस्थ और सुरक्षित महाकुंभ बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी जा रही है। मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। योगी सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगमता से मेले तक पहुंचाने के साथ ही उन्हें सकुशल घर वापसी का फूल प्रूफ प्लान तैयार कर लिया है।
–आईएएनएस
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