deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

महादेव ऐप के आरोपी का दावा : छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल ने उसे यूएई जाने की सलाह दी थी

by
November 6, 2023
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

READ ALSO

भविष्य में पीएम मोदी के पहले और बाद का चैप्टर लिखा जाएगा: जितेंद्रानंद सरस्वती

ग्वालियर के नए वोटर्स ने पीएम मोदी के 11 साल के कार्यकाल को सराहा

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था, जबकि रविवार को एक आरोपी यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था।

महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वांछित शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है और उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।

सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की।

सोनी ने कहा, “इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।”

वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, “मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है।”

सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।

हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया।

उन्होंने दावा किया, ”मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।”

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्‍लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ द्वारा दिए गए बयान से “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि “ये जांच का विषय हैं”।

ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।

छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

–आईएएनएस

एसजीके

Related Posts

ताज़ा समाचार

भविष्य में पीएम मोदी के पहले और बाद का चैप्टर लिखा जाएगा: जितेंद्रानंद सरस्वती

June 10, 2025
ताज़ा समाचार

ग्वालियर के नए वोटर्स ने पीएम मोदी के 11 साल के कार्यकाल को सराहा

June 10, 2025
ताज़ा समाचार

बोनी कपूर ने एनडीए सरकार के कार्यकाल को सराहा, बोले- पीएम मोदी वैश्विक और दूरदर्शी नेता

June 10, 2025
ताज़ा समाचार

दिल्ली में 66 अवैध बांग्लादेशी गिरफ्तार, घनी आबादी वाले इलाकों में ले रहे थे पनाह

June 10, 2025
ताज़ा समाचार

जम्मू-कश्मीर: पाक गोलाबारी से प्रभावित घरों के लिए केंद्र ने 25 करोड़ रुपए की अतिरिक्त सहायता राशि को मंजूरी दी

June 10, 2025
ताज़ा समाचार

उत्तर प्रदेश: अमरोहा में सीजीएसटी अधीक्षक और कर अधिवक्ता रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

June 10, 2025
Next Post
दिल्‍ली को राहत नहीं, सोमवार को भी वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में

दिल्‍ली को राहत नहीं, सोमवार को भी वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

083699
Total views : 5888088
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In