मुंबई, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र की ‘महायुति’ सरकार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दिग्गज नेता हसन मुश्रीफ को एक बार फिर चिकित्सा शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी है। गुरुवार को विभाग का चार्ज लेते समय मुश्रीफ ने उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार तथा ‘महायुति’ के शीर्ष नेताओं को आभार जताया।
हसन मुश्रीफ ने आईएएनएस को बताया, “मुझे बहुत खुशी है कि पिछली ‘महायुति’ सरकार में मेरे पास जो मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट था, इस बार भी उसको बरकरार रखा गया है। मुझे सिर्फ 13 महीने के लिए यह विभाग मिला था। मैंने अजित पवार से विनती की थी कि यही विभाग मुझे दिया जाए। उन्होंने मुझे फिर यह जिम्मेदारी सौंपी, इसलिए मैं उनका बहुत आभारी हूं।”
कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भारत के गलत नक्शे को लेकर एनसीपी नेता ने कहा, “यह सही बात नहीं है। इस पर केंद्र सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।”
शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर नक्सलियों को संरक्षण देने वाले बयान पर हसन मुश्रीफ ने कहा, “वह बहुत ही गलत बयान दे रहे हैं।”
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को लेकर बारामती से लोकसभा सांसद एवं एनसीपी (एसपी) नेता सुप्रिया सुले के बयान का हसन मुश्रीफ ने स्वागत किया। सुले ने कहा था कि जब तक हमारे हाथ ठोस सबूत नहीं आ जाते, तब तक ईवीएम पर आरोप लगाना गलत है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से महायुति की जीत के बाद हाल ही में विभागों का बंटवारा संपन्न हो गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गृह, ऊर्जा और कानून विभाग अपने पास रखा है। अजित पवार को वित्त विभाग की जिम्मेदारी मिली है, वहीं एकनाथ शिंदे को शहरी विकास एवं लोक निर्माण विभाग सौंपा गया है।
गत 15 दिसंबर को महायुति के 39 मंत्रियों ने शपथ ली थी। इनमें भाजपा के 19, शिवसेना शिंदे गुट के 11 और एनसीपी अजित पवार गुट के नौ मंत्री शामिल थे।
–आईएएनएस
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