नागपुर, 29 अगस्त (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के जंगलों में जंगली सूअरों को मारने के लिए बिछाए गए बिजली के तारों से एक मां तेंदुआ और उसके दो बच्चे की मौत हो गई। अधिकारियों ने यहां मंगलवार को यह जानकारी दी।
यह घटना तब सामने आई जब देवरी के जंगलों में एक चरवाहे ने आसपास के क्षेत्र में बदबू पाई और स्थानीय वन अधिकारियों को सूचित किया।
वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इलाके की तलाशी में तेंदुए और उसके शावकों के तीन शव मिले जिनके अंग अक्षुण्ण थे। अधिकारियों ने पाया कि अवैध शिकार के लिए कुछ शिकारियों ने वहां बिजली के तार बिछाए थे।
वन अधिकारियों और स्थानीय पुलिस की टीमों ने कड़ी कार्रवाई की और मेहतखेड़ा और भोयरतला के आसपास के गांवों से आठ संदिग्ध शिकारियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की।
पूछताछ के बाद, चार को गिरफ्तार कर लिया गया और उन पर भारतीय वन अधिनियम और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए।
आरोपी शिकारियों ने कबूल किया है कि उन्होंने पिछले शनिवार को जंगली सूअरों को फंसाने और मारने के लिए बिजली के तार बिछाए थे, लेकिन तेंदुआ परिवार उनमें फंस गया और करंट लगने से उनकी मौत हो गई।
वन अधिकारियों ने तीनों तेंदुओं के शवों का पोस्टमार्टम पूरा किया, जिनका बाद में उचित प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया।
अधिकारी ने कहा कि वन कर्मचारियों को ऐसे और बिजली के जालों पर नजर रखने के लिए अलर्ट जारी किया जाएगा, जो ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए आस-पास के जंगलों में शिकारियों द्वारा बिछाए गए होंगे और विशेष रूप से रात के समय क्षेत्र में अवैध शिकार विरोधी निगरानी भी तेज की जाएगी।
–आईएएनएस
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