मुंबई, 23 सितंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया। बीड, धाराशिव, सोलापुर और अहिल्यानगर जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। हालात की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन के अनुरोध पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें तैनात की गईं।
यह अभियान यूनिट कमांडेंट संतोष बहादुर सिंह की निगरानी में चलाया जा रहा है।
एनडीआरएफ के जवान सोमवार रात से ही लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं, जिसकी वजह से अब तक सैकड़ों लोगों की जान बचाई जा चुकी है।
बीड के मजलगांव तहसील के सादस चिंचोले इलाके में हालात बेहद गंभीर हो गए थे। यहां एनडीआरएफ की टीम ने पूरी रात अभियान चलाया और सुबह तक एक नवजात शिशु और एक महिला को सुरक्षित बाहर निकाला गया। अब तक इस जिले में 39 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
धाराशिव के कपिलापुरी गांव में पानी इतना भर गया कि लोग घरों में ही फंस गए थे। एनडीआरएफ की टीम ने रातभर अभियान चलाया और अब तक 182 नागरिकों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
सोलापुर जिले में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। यहां एनडीआरएफ की टीम ने अब तक 82 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इसके अलावा, टीम ने घरों में फंसे पालतू और घरेलू जानवरों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
अहिल्यानगर जिले के करजत तहसील में भी पानी भरने से कई लोग फंस गए थे। यहां शाम से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ और अब तक 17 लोगों को एनडीआरएफ ने बचाया है। हालात पर नजर बनाए रखते हुए राहत कार्य जारी है।
प्रभावित जिलों के लोगों और स्थानीय प्रशासन ने एनडीआरएफ के त्वरित और साहसिक कदमों की खुले दिल से प्रशंसा की है। लोगों का कहना है कि अगर एनडीआरएफ समय पर नहीं पहुंचती, तो जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता था।
–आईएएनएस
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