सतारा, 11 जून (आईएएनएस)। पूर्व मंत्री विक्रम सिंह पाटणकर के बेटे सत्यजीत सिंह पाटणकर ने शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जॉइन करने की वजह बताई है। सत्यजीत पाटणकर ने कहा कि वह भाजपा सरकार के माध्यम से पाटण विधानसभा क्षेत्र में रुकी हुई परियोजनाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे।
हाल ही में सत्यजीत सिंह पाटणकर ने भाजपा का दामन थामा था। भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण और भाजपा सांसद उदयनराजे भोसले ने सत्यजीत सिंह को पार्टी में शामिल कराया। उसके बाद सत्यजीत सिंह पाटणकर ने कराड में अपने समर्थकों से मुलाकात की।
सत्यजीत सिंह पाटणकर ने बुधवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का मुख्य कारण यह है कि पिछले 10 साल से पाटण विधानसभा क्षेत्र में कई मुद्दे और समस्याएं अनसुलझी थीं। ये सवाल और समस्याएं लंबित रह गई थीं। उस कमी को पूरा करने के लिए मैं भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुआ। पार्टी में शामिल होने के बाद मैंने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से कई मुद्दों पर चर्चा की। रोजगार और अन्य विषयों पर हमारे बहुत से सवाल बाकी हैं, उन प्रश्नों को हम भाजपा के साथ जुड़कर पूरा करेंगे।”
अहम यह है कि सत्यजीत सिंह पाटणकर ने शरद पवार की पार्टी को ऐसे समय में छोड़ा है, जब मंगलवार को ही जयंत पाटिल ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की। जयंत पाटिल एनसीपी-शरद पवार के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्होंने पुणे में पार्टी के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान इस्तीफे की पेशकश की।
पार्टी के संरक्षक और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार मंच पर मौजूद थे। इसके बाद तस्वीरों में देखा गया कि एनसीपी (एसपी) मुख्यालय के बाहर बैनर भी लगाए गए थे।
कार्यक्रम में पाटिल ने पार्टी को नई दिशा देने के लिए नए चेहरों को मौका देने की जरूरत पर जोर दिया।
–आईएएनएस
डीसीएच/एबीएम