मांड्या, (कर्नाटक) 8 जनवरी (आईएएनएस)। कर्नाटक के मांड्या जिले के हेब्बाकावाड़ी गांव से सोमवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, इसमें एक महिला को उसके इकलौती बेटी द्वारा कथित तौर पर मार डाला गया।
घटना के 13 महीने बाद पुलिस ने मामले को सुलझा लिया और महिला और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों की पहचान मैसूर जिले के हारोहल्ली निवासी पीड़िता की बेटी अनुषा और उसके पति देवराजू के रूप में हुई है।
देवराजू को 52 वर्षीय शरदम्मा के शव को छिपाने में अपनी पत्नी की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, अनुषा ने शरदम्मा की हत्या करने के बाद कहा कि वह किसी के साथ चली गई है। हालांकि, मैसूरु जिले के वरुणा पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया था।
दंपति द्वारा विरोधाभासी बयान दिए जाने के बाद, पुलिस को संदेह हुआ और उनसे पूछताछ की गई। जांच के दौरान, जोड़े ने अपराध कबूल कर लिया।
अनुषा, जो पीड़िता की इकलौती संतान थी, 22 नवंबर, 2022 को मां के घर गई थी और वरिष्ठ महिला की आंखों के इलाज को लेकर अपनी मां से झगड़ा किया था।
बहस की गर्मी में, शरदम्मा ने अपनी बेटी को छड़ी से मारने की कोशिश की और अनुषा ने उसे धक्का दे दिया। शरदम्मा ने अपना संतुलन खो दिया और उसका सिर खाट के किनारे से टकरा गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
गिरफ्तारी के डर से, दंपति ने शव को गांव के बाहरी इलाके में स्थित कब्रिस्तान में ले जाया और उसे वहीं दफना दिया।
जब रिश्तेदारों का दबाव बढ़ा, तो अनुषा ने पुलिस में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया।
मामला अब मांड्या ग्रामीण पुलिस को सौंप दिया गया है, जिन्होंने कहा कि वे शव को बाहर निकालेंगे और मामले में आगे बढ़ेंगे।
–आईएएनएस
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