नई दिल्ली, 26 सितंबर (आईएएनएस)। 15 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू, विस्फोटक बल्लेबाजी पहचान और विश्व विजेता कप्तान का तमगा। महिला क्रिकेट की ‘लेडी सहवाग’ के ठाठ अलग है। फॉर्मेट चाहे कोई भी हो उनका अंदाज आक्रामक ही होता है। ठीक वैसे ही जैसा पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का था।
हरियाणा के रोहतक से आने वाली शेफाली वर्मा ने 15 साल की उम्र में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था। सुनने में ये कोई फिल्म की कहानी जरूर लगती है लेकिन यह हकीकत है। अपने हुनर के दम पर बहुत जल्द ही शेफाली को लाइमलाइट मिली। बात चाहे, तेजी से रन बनाने की हो, या फिर शतक लगाने की इस बल्लेबाज का कोई जवाब नहीं। उन्होंने हाल ही में सबसे तेज दोहरा टेस्ट शतक का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था।
एक बार फिर बड़े मंच पर शेफाली वर्मा से टीम इंडिया को काफी उम्मीदे हैं। महिला टी20 विश्व कप 2024 नजदीक है और भारत की नजर इस बार खिताब जीतने के सपने को पूरा करने पर है। इस टीम में विश्व चैंपियन बनने का दमखम है और इसके लिए सबसे बड़ा हथियार शेफाली वर्मा साबित होने वाली हैं। उनके कंधे पर टीम को एक धमाकेदार और मजबूत शुरुआत देने की जिम्मेदारी होगी। खास बात यह है कि पूरी टीम को उम्मीद है कि शेफाली यह रोल बखूबी निभाएंगी।
2019 में डेब्यू करने वाली इस खिलाड़ी ने महज पांच साल में पूरी दुनिया में अपने नाम का डंका बजाया है। तीनों फॉर्मेट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने 5 टेस्ट, 26 वनडे और 81 टी20 में अब तक 567, 588, 1948 रन बनाए।
क्रिकेट फैंस को टूर्नामेंट के आगाज का बेसब्री से इंतजार है, जबकि भारतीय महिला टीम अपना विश्व चैंपियन बनने का सपना पूरा करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। भारतीय महिला टीम अपने अभियान की शुरुआत 4 अक्टूबर को दुबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ करेगी। इसके बाद 6 अक्टूबर को उनका सामना पाकिस्तान से होगा।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ वर्षों में बेहतरीन प्रदर्शन करके विश्व क्रिकेट में एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है, लेकिन बड़े मंच और खिताब जीतने का सपना अब भी अधूरा है। सिर्फ नॉक-आउट स्टेज तक पहुंचना काफी नहीं बल्कि इस टीम से अब ट्रॉफी जीतने की उम्मीद की जाने लगी है, इसलिए उन पर दबाव बढ़ना लाजमी है।
–आईएएनएस
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