नई दिल्ली, 8 मार्च (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाजपा ने लोगों से संदेशखाली की महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे शाहजहां शेख का बचाव करने वाली ममता बनर्जी को टैग कर विरोध जताने की अपील की है।
भाजपा आईटी सेल के हेड और पश्चिम बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, संदेशखाली की उन महिलाओं के बारे में सोचें, जो एक दशक से अधिक समय से यौन शोषण और राज्य की उदासीनता का शिकार हैं।”
मालवीय ने ‘शेम ऑन ममता बनर्जी’ के हैशटैग के साथ आगे कहा, “संदेशखाली के लिए न्याय सुनिश्चित करने के बजाय, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बलात्कारी शेख शाहजहां का बचाव किया। आइए हम सब ममता बनर्जी को टैग करें और अपना विरोध दर्ज कराएं।”
इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के बारासात में कहा था कि यौन उत्पीड़न और हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन कर रही संदेशखाली की महिलाओं की हालिया जागृति की लहर पूरे राज्य में फैल जाएगी। उन्होंने कहा, “सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस लंबे समय से महिला उत्पीड़न की शिकायतों को नजरअंदाज कर रही है। संदेशखाली में जो कुछ हुआ उससे हर कोई शर्मिंदा है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस और राज्य सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। अब वे एक के बाद एक अदालत जाकर आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सभी अदालतों में खारिज कर दिया गया है।”
–आईएएनएस
एसटीपी/एसकेपी
नई दिल्ली, 8 मार्च (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाजपा ने लोगों से संदेशखाली की महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे शाहजहां शेख का बचाव करने वाली ममता बनर्जी को टैग कर विरोध जताने की अपील की है।
भाजपा आईटी सेल के हेड और पश्चिम बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, संदेशखाली की उन महिलाओं के बारे में सोचें, जो एक दशक से अधिक समय से यौन शोषण और राज्य की उदासीनता का शिकार हैं।”
मालवीय ने ‘शेम ऑन ममता बनर्जी’ के हैशटैग के साथ आगे कहा, “संदेशखाली के लिए न्याय सुनिश्चित करने के बजाय, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बलात्कारी शेख शाहजहां का बचाव किया। आइए हम सब ममता बनर्जी को टैग करें और अपना विरोध दर्ज कराएं।”
इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के बारासात में कहा था कि यौन उत्पीड़न और हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन कर रही संदेशखाली की महिलाओं की हालिया जागृति की लहर पूरे राज्य में फैल जाएगी। उन्होंने कहा, “सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस लंबे समय से महिला उत्पीड़न की शिकायतों को नजरअंदाज कर रही है। संदेशखाली में जो कुछ हुआ उससे हर कोई शर्मिंदा है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस और राज्य सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। अब वे एक के बाद एक अदालत जाकर आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सभी अदालतों में खारिज कर दिया गया है।”
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