deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home Today's Special News

महिला सशक्तिकरण में राजस्थान का बड़ा योगदान : राष्ट्रपति मुर्मू

by
January 3, 2023
in Today's Special News, अभिमत, इंदौर, उज्जैन, खेल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, जानकारी, तकनीकी, ताज़ा समाचार, नर्मदापुरम, ब्लॉग, भोपाल, मनोरंजन, रीवा, लाइफ स्टाइल, विचार, शहडोल, सागर
0
महिला सशक्तिकरण में राजस्थान का बड़ा योगदान : राष्ट्रपति मुर्मू
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

READ ALSO

देवघर: कांवड़ियों से भरी बस और ट्रक में भीषण टक्कर, 9 की मौत, 21 घायल

मैनहट्टन: गगनचुंबी इमारत में ताबड़तोड़ फायरिंग, हमलावर समेत पांच की मौत

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

जयपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली राजस्थान यात्रा पर मुर्मू विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं और हवाईअड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति हवाईअड्डे से अमर जवान ज्योति गई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह राजभवन गईं जहां उन्होंने कांस्टीट्यूशन पार्क का उद्घाटन किया। कांस्टीट्यूशन पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने राजभवन में मयूर स्तंभ, गांधी प्रतिमा, महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की प्रतिमा समेत अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया।

कॉन्स्टिट्यूशन पार्क का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रपति ने बीकानेर में 1,000 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशन की वर्चुअल आधारशिला रखी। उन्होने कहा- राजस्थान ने सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान दिया है। बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरबिलास शारदा ने बनाया था। हरविलास सारदा ने 1938 में कानून का मसौदा तैयार किया था जो बाद में सारदा अधिनियम (बाल विवाह रोकथाम अधिनियम) के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इसलिए राजस्थान का इतिहास नारी की गरिमा और सशक्तिकरण का इतिहास है।

मुर्मू ने कहा- हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। लेकिन कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर उसका पालन करने वाले बुरे हों, तो वह बुरा हो जाता है; बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, संविधान कितना भी बुरा हो, अगर उसे मानने वाले अच्छे हैं तो वह अच्छा हो जाता है। उन्होंने संवैधानिक नैतिकता पर भी काफी जोर दिया था।

राष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य हर जीव के प्रति संवेदनशीलता है। आने वाली पीढ़ियों को अपनी जरूरत के हिसाब से संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संवैधानिक संशोधन हो चुके हैं। हमारे पास एक जीवंत संविधान है। महात्मा गांधी ने यंग इंडिया में लिखा था कि, मैं ऐसे भारत के लिए काम करूंगा कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी लगे कि सरकार चलाने में उसकी भूमिका है।

संविधान सभा में 15 महिलाओं का उल्लेख करना भी आवश्यक हो जाता है। सरोजिनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, मालती चौधरी, बेगम एजाज रसूल जैसे प्रतिनिधियों ने संविधान सभा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज 100 से अधिक महिला सांसद हैं। लोकसभा में 83 और राज्यसभा में 33 महिला सांसद होना एक रिकॉर्ड है।

राष्ट्रपति दोपहर में उदयपुर के लिए रवाना हुई, जहां उन्होंने आबू रोड पर ब्रह्मा कुमारियों के कार्यक्रम में भाग लिया। बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड के जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद वह जोधपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

Related Posts

ताज़ा समाचार

देवघर: कांवड़ियों से भरी बस और ट्रक में भीषण टक्कर, 9 की मौत, 21 घायल

July 29, 2025
ताज़ा समाचार

मैनहट्टन: गगनचुंबी इमारत में ताबड़तोड़ फायरिंग, हमलावर समेत पांच की मौत

July 29, 2025
ताज़ा समाचार

राज्यसभा में आज ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बहस, पीएम मोदी के शामिल होने की संभावना

July 29, 2025
ताज़ा समाचार

टेस्ट के बाद टी20 सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने किया ‘क्लीन स्वीप’

July 29, 2025
ताज़ा समाचार

25 दिन में 3 लाख 83 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने की अमरनाथ यात्रा

July 29, 2025
ताज़ा समाचार

शरीर को रिलैक्स और रिचार्ज करने का सरल योगासन है ये, ऐसे करें अभ्यास

July 29, 2025
Next Post
बेंगलुरु कंज्यूमर कोर्ट ने सेलफोन डिलीवर नहीं करने पर फ्लिपकार्ट पर जुर्माना लगाया

बेंगलुरु कंज्यूमर कोर्ट ने सेलफोन डिलीवर नहीं करने पर फ्लिपकार्ट पर जुर्माना लगाया

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

[email protected]

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

000001
Total views : 5545060
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In