नई दिल्ली, 27 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय स्टार ऑफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने ‘मांकड़िंग’ विवाद पर अपने विचार व्यक्त करते हुए एक लंबा बयान जारी किया।
अश्विन ने एक्स पर लिखा, “यह स्थिति का उचित मूल्यांकन है। सोचिए, अगर कोई व्यक्ति विश्व कप सेमीफाइनल या एक नॉकआउट मैच में कोहली, रोहित, स्मिथ, रूट या नॉनस्ट्राइकर के किसी भी महत्वपूर्ण बल्लेबाज को रन आउट कर दे, जो मैच का नतीजा तय कर सकता है।”
“मुझे यकीन है कि तब एक बार फिर यह मुद्दा उठेगा और कुछ विशेषज्ञों द्वारा अभियान चलाया जाएगा जो अभी भी इससे सहमत नहीं हैं और निश्चित रूप से, प्रशंसकों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।”
उन्होंने आगे लिखा, ”फिलहाल सभी टीमें ऐसा नहीं कर रही हैं, लेकिन यह साल विश्व कप का है। मुझे उम्मीद है कि हर कोई इसके लिए तैयार है और जो टीम कहेगी कि हम ऐसा नहीं करेंगे, यह उनका निर्णय है। मेरा मानना है कि टीमों को अपने रास्ते में आने वाले हर एक फायदे का लाभ उठाना चाहिए क्योंकि विश्व कप जीतना जीवन भर की उपलब्धि है।
अश्विन ने ‘मांकड़िंग’ की समस्या का समाधान भी लिखा।
उन्होंने कहा, “केवल एक ही समाधान है, बल्लेबाज कोई भी हो और स्थिति चाहे जो भी हो, बल्लेबाज को देखना होगा कि गेंदबाज गेंद को कब फेंक रहा है और उसका कंधा कब रोटेट हो रहा है। यदि वो ऐसा नहीं करता है तो वो रन आउट हो जाता है। तब हमें गेंदबाज की सराहना करनी चाहिए और बल्लेबाजों को बताना चाहिए कि आगे इसका ध्यान रखे।’
अश्विन खुद उस वक्त विवादों में आ गए जब उन्होंने आईपीएल -2019 में जोस बटलर को मांकडिंग किया, उसके बाद कई अन्य खिलाड़ियों ने भी ऐसा ही किया और विवाद और बढ़ गया। मैरीलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने कई मौकों पर स्पष्टीकरण दिया है और कई बार कानून में संशोधन भी किया है।
हाल ही में पाकिस्तान के ऑलराउंडर शादाब खान भी खेल के अहम मोड़ पर इसी तरह आउट हो गए थे, जब अफगानिस्तान के तेज गेंदबाज फजलहक फारूकी ने उन्हें मांकडिंग कर दिया था।
हालंकि, पाकिस्तान ने यह मैच जीत लिया, लेकिन मांकडिंग को लेकर चर्चा फिर से शुरू हो गई।
–आईएएनएस
एएमजे/आरआर