नई दिल्ली, 11 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 वर्षों के कार्यकाल को भारत के इतिहास का स्वर्णकाल बताया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के निर्णयों और सशक्त नेतृत्व ने भारत को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। प्रधानमंत्री मोदी की कई उपलब्धियां ऐसी हैं, जिन्हें आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में मांझी ने कहा कि मैं 45 सालों से राजनीति में हूं, कई प्रधानमंत्रियों को देखा, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी का 11 साल का कार्यकाल हर दृष्टिकोण से ऐतिहासिक रहेगा। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए जिस तरह आतंकवाद पर प्रहार किया गया, वैसा अब तक कोई नहीं कर सका। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना, तीन तलाक पर कानून बनाना और भारत को आर्थिक रूप से दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना, मोदी सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धियां हैं।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। उनके 11 साल भारत के लिए स्वर्णकाल जैसे हैं, और हमें विश्वास है कि वे लंबे समय तक देश का नेतृत्व करते रहेंगे।
मांझी ने एनडीए में सीटों को लेकर उठे विवाद पर सफाई देते हुए कहा कि वह चिराग पासवान के खिलाफ व्यक्तिगत रूप से नहीं बोलते, लेकिन अगर कोई राजनीतिक गणित के जरिए ज्यादा सीटें हथियाने की कोशिश करता है तो बोलना जरूरी हो जाता है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमें 2 लोकसभा सीटों और एक राज्यसभा सीट का वादा किया गया था, पर हमें सिर्फ एक दी गई। हमने उस पर चुनाव लड़ा और जीत भी गए। हमारा स्कोर 100 प्रतिशत रहा। 2020 के चुनाव में हमने 7 सीटों पर लड़ा और 4 पर जीत दर्ज की थी, तो हमारा प्रदर्शन किसी से कम नहीं है। हम एनडीए की एकजुटता बनाए रखना चाहते हैं और सीटों का मुद्दा एनडीए की बैठक में उठाएंगे, ना कि सार्वजनिक मंचों पर।
यह पूछे जाने पर कि वह नीतीश कुमार के साथ हैं या प्रधानमंत्री मोदी के साथ, केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि हम दोनों नेताओं के साथ हैं। बिहार में नीतीश कुमार और केंद्र में नरेंद्र मोदी की डबल इंजन सरकार राज्य के विकास के लिए काम कर रही है। इतनी योजनाएं बिहार को मिल रही हैं कि लोग अब विशेष राज्य के दर्जे की मांग को भूल चुके हैं। राज्य की कानून व्यवस्था पर लालू यादव और विपक्ष के सवालों पर मांझी ने कहा कि 14 करोड़ की जनसंख्या वाले राज्य में घटनाएं होती हैं, लेकिन अब उन पर त्वरित कार्रवाई होती है। आज के शासन में अपराधियों को सजा मिलती है, जबकि लालू यादव के शासनकाल में अपराधियों और पीड़ितों के बीच समझौते कराए जाते थे। आज वैसा नहीं होता, यह फर्क है। उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रार्थना करते हैं कि वैसी अव्यवस्था फिर कभी बिहार में न लौटे।
–आईएएनएस
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