नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। माइक्रोसॉफ्ट ने गुरुवार को माइक्रोसॉफ्ट ट्रांसलेटर में दो नई भारतीय भाषाओं – छत्तीसगढ़ी और मणिपुरी को जोड़ने की घोषणा की।
इस नवीनतम जोड़ के साथ, माइक्रोसॉफ्ट ट्रांसलेटर अब असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, और दो अन्य स्थानीय भाषाओं – भोजपुरी और छत्तीसगढ़ी सहित कुल 20 आधिकारिक भारतीय भाषाओं में ट्रांसलेशन की सुविधा उपलब्ध करा रहा है। येे भाषाएं देश की 95 प्रतिशत से अधिक आबादी को कवर करती हैं।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रबंध निदेशक राजीव कुमार ने एक बयान में कहा, “हमें माइक्रोसॉफ्ट ट्रांसलेटर में मणिपुरी और छत्तीसगढ़ी भाषाओं को शामिल करने की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है, जो भारत की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता तक हमारी पहुंच और कवरेज को व्यापक बनाता है।”
उन्होंने कहा, “हम अपने उत्पादों के माध्यम से गहरा प्रभाव डालने का प्रयास करते हैं, उन्नत एआई प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाते हैं, जो बिना किसी बाधा के सामाजिक समावेशन और सहयोग को बढ़ावा देते हैं और भारत के समावेशी आर्थिक विकास में योगदान करते हैं।”
कंपनी ने कहा कि छत्तीसगढ़ी और मणिपुरी को शामिल करना माइक्रोसॉफ्ट की अपनी नवीन भाषा प्रौद्योगिकियों और समाधानों के माध्यम से भारत की भाषाई विविधता को समर्थन और सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों में लगभग 16 मिलियन लोगों द्वारा छत्तीसगढ़ी बोली जाती है।
मणिपुरी मणिपुर राज्य में लगभग तीन मिलियन लोगों और असम और त्रिपुरा के कुछ समुदायों के साथ-साथ बांग्लादेश और म्यांमार के कुछ हिस्सों में बोली जाती है।
माइक्रोसॉफ्ट ट्रांसलेटर डीप न्यूरल नेटवर्क द्वारा संचालित है, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता का एक रूप है, जो बड़ी मात्रा में डेटा से सीख सकता है और प्राकृतिक-ध्वनि वाले अनुवाद तैयार कर सकता है।
यह लिप्यंतरण का भी समर्थन करता है, जो पाठ को एक स्क्रिप्ट से दूसरी स्क्रिप्ट में परिवर्तित करता है, इससे उपयोगकर्ता अपनी पसंदीदा भाषा में पढ़ने और लिखने में सक्षम होते हैं।
–आईएएनएस
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