तिरुवनंतपुरम, 12 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि केरल में माकपा और कांग्रेस एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रही हैं, लेकिन त्रिपुरा में भाजपा के खिलाफ एकजुट हो गई थीं, इसने फिर भी पूर्वोत्तर राज्यों में चुनाव जीत लिया।
केरल के त्रिशूर में एक पार्टी पदाधिकारियों की बैठक और फिर एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले पांच वर्षो में यूपीए सरकार के 45,900 करोड़ रुपये के मुकाबले केरल को 1,15,000 करोड़ रुपये प्रदान किए थे।
राज्य को अन्य लाभों की सूची देते हुए उन्होंने कहा कि इसने केरल में ग्रामीण रोजगार योजना के लिए 8,500 करोड़ रुपये प्रदान किए थे – इतनी राशि जो किसी अन्य राज्य को नहीं मिली, साथ ही साथ गुरुवायूर मंदिर के विकास के लिए 317 करोड़ रुपये।
अमित शाह ने कहा कि केंद्र ने कासरगोड जिले में 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना के लिए अनुमति दी थी, जबकि कोच्चि मेट्रो के दूसरे चरण के विकास के लिए 1,950 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई थी।
उन्होंने जहरीली गैसों के उत्सर्जन के बावजूद 11 दिनों के बाद भी ब्रह्मपुरम अपशिष्ट संयंत्र में आग नहीं बुझाने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की, जो क्षेत्र के लोगों के लिए जीवन को दयनीय बना रही थी।
उन्होंने यह भी कहा कि यह केंद्र सरकार थी, जिसने इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाकर केरल को सुरक्षित बनाया, लेकिन कहा कि कम्युनिस्ट और कांग्रेस नेता दोनों इससे सहमत नहीं होंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और वामपंथी केरल के विकास के लिए कुछ नहीं कर सकते।
उन्होंने यह भी कहा कि त्रिशूर सार्वजनिक कार्यक्रम 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक तैयारी कार्यक्रम है और उन्होंने राज्य के लोगों से राज्य के भाजपा उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी 2024 के चुनाव में देश की सत्ता में वापस आते हैं, तो केरल और भारत को आगे बढ़ाया जाएगा।
भाजपा के प्रदेश महासचिव जॉर्ज कुरियन ने अमित शाह के भाषण का हिंदी से मलयालम में अनुवाद किया।
–आईएएनएस
एसजीके