नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को ‘बापू’ को याद किया। उन्होंने कहा कि यह अवसर सभी को सत्य, अहिंसा, प्रेम और शुद्धता के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “सत्य और अहिंसा के प्रबल अनुयायी बापू का जीवन पूरी मानवता के लिए एक अनूठा संदेश है। उन्होंने हमें शांति और सहयोग के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। महात्मा गांधी ने छुआछूत, निरक्षरता, स्वच्छता की कमी और अन्य सामाजिक बुराइयों को दूर करने के मिशन शुरू किए और महिला सशक्तिकरण के लिए अथक प्रयास भी किया।”
राष्ट्रपति मुर्मू ने देशवासियों से सत्य, अहिंसा, प्रेम और शुद्धता के मूल्यों को अपनाने की अपील करते हुए कहा कि गांधी जी के सपनों के भारत का विचार देश और समाज के विकास को निरंतर आगे बढ़ाने का प्रयास करता है।
राष्ट्रपति ने कहा, “गांधीजी शाश्वत नैतिक सिद्धांतों के प्रतीक थे और उन्होंने नैतिकता आधारित आचरण का उपदेश दिया। उनका संघर्ष सबसे कमजोर और असुरक्षित लोगों को मजबूत करने पर केंद्रित था। उनके विचारों ने दुनिया की कई महान हस्तियों को प्रभावित किया, जिन्होंने गांधीजी के आदर्शों को अपने तरीकों से अपनाया है।”
भारत में महात्मा गांधी के जन्मदिन को गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर देश में राष्ट्रीय अवकाश भी होता है। देश के तीन राष्ट्रीय अवकाशों में ‘गांधी जयंती’ भी शामिल है।
ज्ञात हो कि साल 2007 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में घोषित किया है।
–आईएएनएस
एफएम/जीकेटी