deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

मार्केट आउटलुक : तिमाही नतीजों, महंगाई के आंकड़ों पर निर्भर करेगी बाजार की चाल

by
August 11, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
4
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

READ ALSO

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तान की गोलाबारी में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट की मौत, उमर अब्दुल्ला ने दी जानकारी

जी-7 देशों ने भारत, पाकिस्तान से सीधी बातचीत की अपील की

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

ADVERTISEMENT

मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह नुकसान वाला रहा। सेंसेक्स 1.58 प्रतिशत गिरकर अंतिम दिन कारोबार की समाप्ति पर 79,705.91 अंक और निफ्टी 1.42 प्रतिशत गिरकर 24,367.50 अंक पर बंद हुआ।

बाजार के गिरने मुख्य वजह अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। अमेरिका के मंदी में जाने की आशंका के बीच कंपनियों द्वारा भविष्य के लिए कमजोर परिदृश्य की घोषणा से भी शेयर बाजारों पर दबाव रहा।

अगले सप्ताह बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। हीरोमोटोकॉर्प, हिंडालको, अपोलो हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियां चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी। इसके अलावा जुलाई के खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़े भी बाजार को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां और कच्चे तेल की चाल बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।

पिछले सप्ताह एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 19,139 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट में हैमर कैंडल बनाया है यानि ऊंचाई से गिरने के बाद उबरा है जो दिखाता है कि आने वाले सप्ताह में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी के लिए 24,400 एक अहम रुकावट का स्तर है। अगर यह उसके पार निकल जाता है तो 25 हजार अंक की तरफ जा सकता है। वहीं, 24,000 एक अहम सपोर्ट लेवल है। अगर यह उससे नीचे टूटता है तो 23,500 अंक तक लुढ़क सकता है। ऐसे में गिरावट पर खरीदारी निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी के लिए 50 हजार एक अहम सपोर्ट लेवल है जबकि 51,200 रुकावट का स्तर है। अगर यह इससे ऊपर गया तो 52,000 अंक को भी छू सकता है। वहीं, अगर 50,000 का सपोर्ट टूटता है तो 48,500 अंक तक गिर सकता है।

—आईएएनएस

एबीएस/एकेजे

Related Posts

ताज़ा समाचार

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तान की गोलाबारी में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट की मौत, उमर अब्दुल्ला ने दी जानकारी

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

जी-7 देशों ने भारत, पाकिस्तान से सीधी बातचीत की अपील की

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

पीसीबी ने पाकिस्तान सुपर लीग के शेष मैच स्थगित किए

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

सिर्फ आतंकी कैंपों को निशाना बनाने पर पूरी दुनिया में भारत की प्रशंसा हो रही : अशोक गहलोत

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

हमें पिनाक जैसी मिसाइलों का प्रयोग करना चाहिए : रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कमांडर शालिनी अग्रवाल

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

बंगाल के नादिया जिले में 16 बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार

May 10, 2025
Next Post

आज अपना 63वां जन्मदिन मना रहे 'अन्ना' सुनील शेट्टी, 5 साल बाद भी 'इन्हें' नहीं भूला पाए

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

‘योद्धा’ के सेट पर हमेशा मुस्कुराकर स्‍वागत करती हैं राशि खन्ना: प्रशांत गोस्वामी

‘योद्धा’ के सेट पर हमेशा मुस्कुराकर स्‍वागत करती हैं राशि खन्ना: प्रशांत गोस्वामी

March 10, 2024

दो-दो गांवों को गोद लेंगे उत्तर प्रदेश के 89 ‘कृषि विज्ञान केंद्र’

October 2, 2024
चीनी की कीमतें तीन हफ्तों में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचीं

चीनी की कीमतें तीन हफ्तों में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचीं

September 11, 2023

भारतीय स्टार्टअप स्वेदशी एआई बनाने पर दें ध्यान : अमिताभ कांत

April 4, 2025
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080754
Total views : 5868939
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications