नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए अगला हफ्ता काफी अहम होने वाला है। तिमाही नतीजे, एफआईआई डेटा और कच्चे तेल की कीमत के साथ घरेलू आर्थिक आंकड़े से शेयर बाजार की चाल प्रभावति होगी।
अगले हफ्ते की शुरुआत यानी 6 जनवरी से ही अक्टूबर- दिसंबर की अवधि के तिमाही नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। 9 जनवरी, 2025 को आईटी दिग्गज टीसीएस और टाटा एलेक्सी घोषित करेंगी। वहीं, 7 जनवरी , 2025 को सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी के अग्रिम अनुमान जारी किए जाएंगे।
बीता हफ्ता भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी शानदार रहा। निफ्टी 191 अंक या 0.80 प्रतिशत बढ़कर 24,004 और सेंसेक्स 524 अंक या 0.67 प्रतिशत की तेजी के साथ 79,223 पर बंद हुआ।
इस दौरान स्मॉलकैप और मिडकैप शेयर का प्रदर्शन लार्जकैप की तुलना में बेहतर रहा। यह दिखाता है कि नए साल के अवसर पर शेयर बाजार में तेजी का रुझान बना हुआ है। क्रिसमस और न्यू ईयर की छुट्टियां समाप्त होने के कारण अगले हफ्ते बाजार समान्य हो जाएंगे। ऐसे में बाजार में घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशकों का भागीदारी भी बाजार में अधिक देखने को मिलेगी।
30 दिसंबर से लेकर 3 जनवरी तक के कारोबारी सत्र में विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने 11,041 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। वहीं, डीआईआई ने 9,253 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के निदेशक, पुनीत सिंघानिया ने कहा कि निफ्टी ने 23,500 से लेकर 23,700 तक का एक मजबूत बेस बनाया है और लगातार 10 सत्र इस रेंज में कारोबार किया है। यह बाजार में बॉटम बनने का संकेत हैं। अगर निफ्टी 24,000 के ऊपर टिका रहता है कि तो ट्रेडर्स के लिए बायऑनडिप की रणनीति सही रहेगी।
सिंघानिया ने आगे कहा कि अगर निफ्टी 24,250 के पार निकलता है तो 24,600 तक जा सकता है। अगर 23,800 के नीचे जाता है तो 23,500 एक सपोर्ट के रूप में काम करेगा।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक, प्रवेश गौर ने कहा कि बैंक निफ्टी सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है और 200 दिनों के मूविंग एवरेज 50,600 के करीब बना हुआ है। मौजूदा समय में 50,500 एक अहम सपोर्ट स्तर है। वहीं, 51,750 और 52,225 रुकावट के स्तर हैं।
–आईएएनएस
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