नई दिल्ली, 23 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए अगला हफ्ता काफी अहम होने वाला है। पीएमआई, एफआईआई, भारतीय बैंकों की लोन एवं डिपॉजिट ग्रोथ और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से शेयर बाजार का रुझान तय होगा।
भारत में कम्पोजिट पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) डेटा सोमवार को जारी किया जाएगा। कम्पोजिट पीएमआई सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट का औसत होता है। यह अर्थव्यवस्था के लिए एक हाई फ्रीक्वेंसी इंडीकेटर के रूप में कार्य करता है, जो मौद्रिक नीति की दिशा तय करने में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मदद करता है।
वहीं, घरेलू स्तर पर बैंकों की लोन और डिपॉजिट ग्रोथ का डेटा शुक्रवार को जारी किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, वैश्विक स्तर पर भी कई अहम आर्थिक आंकड़े जारी होंगे, जिसका प्रभाव बाजार पर हो सकता है, जिसमें यूएस जॉबलेस क्लेम, यूएस न्यू होम सेल्स और यूके का जीडीपी डेटा शामिल हैं।
भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता हफ्ता काफी शानदार रहा था। निफ्टी 4.26 प्रतिशत बढ़कर 23,350.40 और सेंसेक्स 4.17 प्रतिशत बढ़कर 76,905.51 पर बंद हुआ।
इस रैली का नेतृत्व फाइनेंशियल स्टॉक्स द्वारा किया गया। निफ्टी बैंक इंडेक्स में 5.27 प्रतिशत और निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स में 5.49 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
लार्जकैप की अपेक्षा स्मॉलकैप और मिडकैप में भी मजबूत खरीदारी देखी गई। निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 7.8 प्रतिशत और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 8.5 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ।
अब विदेशी संस्थागत खरीदार (एफआईआई) शुद्ध खरीदार बन गए हैं। 17 मार्च से 21 मार्च तक के कारोबारी सत्र में एफआईआई द्वारा 5,819 करोड़ रुपये का निवेश इक्विटी में किया गया। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) द्वारा 4,337.80 करोड़ रुपये का निवेश इक्विटी में किया गया।
मास्टर ट्रस्ट ग्रुप में डायरेक्टर पुतीन सिंघानिया का कहना है कि बीते हफ्ते निफ्टी सभी पांच कारोबारी सत्रों में हरे निशान में बंद हुआ। निफ्टी के लिए अब 23,050 एक अहम सपोर्ट होगा। अगर यह इसे तोड़ता है तो 22,800, 22,700 और 22,500 एक मजबूत सपोर्ट जोन होगा।
–आईएएनएस
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