नासिक, 9 जनवरी (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मालेगांव में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को कथित तौर पर जारी किए गए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले की एसआईटी जांच के निर्देश दिए हैं। मालेगांव के बाद अब अमरावती में भी फर्जी जन्म प्रमाण पत्र घाटले की बात सामने आई है। इस पर पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने प्रतिक्रिया दी है।
किरीट सोमैया ने गुरुवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया, “मालेगांव के बाद अमरावती के अंजनगांव में बांग्लादेशी रोहिंग्या जन्म प्रमाण पत्र घोटाला सामने आया है।” उन्होंने कहा कि अंजनगांव के तहसीलदार सुरजी ने मुझे बताया है कि पिछले 6 महीनों में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को 1100 जन्म प्रमाण पत्र फर्जी दस्तावेज दिए गए हैं। यह सब बिना उचित जांच के प्रमाण पत्र जारी किए गए।
बता दें कि इससे पहले दो जनवरी को किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि मालेगांव के करीब एक हजार लोगों ने जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए खुद को बांग्लादेशी रोहिंग्या के रूप में गलत तरीके से पेश किया। उन्होंने कहा था कि मुझे पता चला है कि एक घोटाला किया गया है, जिमसें मालेगांव के करीब एक हजार लोगों ने खुद को बांग्लादेशी रोहिंग्या के रूप में गलत तरीके से पेश किया, तहसीलदार से मुलाकात की और जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त किया। अब नाशिक कलेक्टर और नासिक नगर निगम इस मामले की समीक्षा कर रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र एटीएस ने पूरे राज्य के अलग-अलग हिस्सों से पिछले एक महीने में अवैध रूप से रह रहे 60 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे में सबसे ज्यादा बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया। पूरे महाराष्ट्र में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ एटीएस द्वारा ऑपरेशन चला कर कार्रवाई की जा रही है।
–आईएएनएस
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