बालाघाट. दीपोत्सव पर्व खुशियों का त्यौहार है, जिसमें फुटकर एवं बड़े व्यापारियों को अच्छी ग्राहकी की आस रहती है जिससे कि सभी इस पर्व की खुशियां मना सके. बालाघाट नगर में ग्रामीण तथा शहरी परिवेश के ऐसे फुटकर विक्रेता पहुंचते है जो मूर्तियां, मिट्टी के दिये सहित अन्य सामग्री की दुकानें सड़क किनारे लगाते है, नगर पालिका परिषद बालाघाट ने इन्हें राहत देते हुए किसी भी प्रकार के बैठकी राजस्व शुल्क की वसूली नहीं लिये जाने का निर्णय लिया गया है. नपाध्यक्ष श्रीमती भारती सुरजीतसिंह ठाकुर ने 24 अक्टूबर की शाम को राजस्व वसूलीकर्ताओं की बैठक ली जिसमें उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिये. इस दौरान राजस्व सभापति वकील वाधवा भी उपस्थित थे.
नपाध्यक्ष ने दिये वसूलीकर्ताओं को निर्देश
नपाध्यक्ष भारती सुरजीतसिंह ठाकुर ने बताया कि जहाँ हमारयशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी ने स्थानीय उत्पाद व मेक इन इण्डिया उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील करी है उसी कड़ी में दीपोत्सव पर्व को लेकर गांव-गांव से फुटकर विक्रेता दीया, लक्ष्मी माता की मूर्ति एवं रंगोली की दुकान सड़क किनारे या अन्य स्थानों पर लगाते है. नपा के दैनिक राजस्व वसूलीकर्ता कर्मचारियों को निर्देश दिये गये है कि जो भी इस प्रकार के फुटकर विक्रेता है शहरी व ग्रामीण परिवेश के फुटकर विक्रेताओं से दीपोत्सव पर्व को देखते हुए किसी भी प्रकार का शुल्क ना लिया जाये. सख्ती से हिदायत दी गई कि अगर कोई शिकायत आती है कि जबरन किसी से राशि की वसूली की गई है तो संबंधित वसूलीकर्ता के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी. उन्होंने बताया कि अन्य दुकानदारों से भी राजस्व वसूली नियमानुसार सामान्य रूप से जारी रहेगी. साथ ही नपाध्यक्ष ने कहा कि जिस किसी भी दुकानदार से राजस्व शुल्क लिया जाता है उसकी रसीद अनिवार्य रूप से दी जाये. वहीं आने वाले जिनों में सभी वसूलीकर्ता कर्मचारी ख़ाकी वर्दी में होंगे जिससे उनकी पहचान हो सके इस बात के भी दिशा निर्देश सीएमओ व सम्बन्धित कर्मचारियों को दिये हैं.
सड़कों तक सामग्री ना फैलाये फुटकर विक्रेता
राजस्व सभापति वकील वाधवा ने कहा कि त्यौहार के दौरान नगर में यातायात व्यवस्था भी सुचारू ढंग से रहे इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिये. देखने में आता है कि सड़क तक दुकानों का सामना फैला दिया जाता है जिससे आवागमन में बाधा उत्पन्न होती है. इसलिए सभी फुटकर विक्रेताओं से आग्रह है कि अपनी दुकानों को सीमित दायरे में रखे और सामग्री को सड़कों तक ना फैलाकर रखा जाये जिससे कि किसी को परेशानियों का सामना ना करना पड़े. उन्होंने बताया कि दीपावली पर्व को लेकर ग्रामीण फुटकर विक्रेताओं से राजस्व शुल्क नहीं लिया जा रहा है बाकी अन्य राजस्व वसूली नियमानुसार संचालित होती रहेगी.