मुंबई, 13 मई (आईएएनएस)। मुंबई पुलिस के कई थानों ने एक बड़े अभियान में दूरसंचार विभाग के सहयोग से एक नाम से जारी किए गए 2,197 फर्जी मोबाइल सिम कार्ड के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है और 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। शीर्ष अधिकारियों ने यहां शनिवार को यह जानकारी दी।
मुंबई पुलिस की जांच दूरसंचार विभाग के एक राष्ट्रव्यापी अभियान का हिस्सा है, जिसने कम से कम 30 लाख ऐसे फर्जी कार्डो का पता लगाया और रद्द किया, जो चल रहे थे।
संयुक्त पुलिस आयुक्त सत्यनारायण चौधरी ने कहा कि दूरसंचार विभाग ने अपने सुपर कंप्यूटरों की मदद से मुंबई पुलिस को कई संदिग्ध सिम कार्डो के संचालन की सूचना दी थी और पांच पुलिस स्टेशनों द्वारा एक साथ जांच शुरू की गई थी।
वी.पी. रोड, मालाबार हिल, डी.बी. मार्ग, सहार और बांगुरनगर पुलिस थाने ने उन स्थानों की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया, जहां से एक ही पहचान पर ऐसे फर्जी सिम कार्ड जारी किए गए थे।
पुलिस ने कहा कि इन अनधिकृत सिम कार्डो का इस्तेमाल फर्जी कॉल सेंटरों, सटोरियों, साइबर अपराधियों, सेक्स रैकेट चलाने वालों और नापाक गतिविधियों में शामिल अन्य लोगों द्वारा किया जाता है।
चौधरी ने बताया कि जांच के दौरान मुंबई में पांच मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इसके अलावा, अकेले मुंबई में अनुमानित 62 लोग हैं, जिनके नाम पर मोबाइल कंपनियों द्वारा उनकी तस्वीरों का उपयोग करते हुए आश्चर्यजनक रूप से 8,500 सिम कार्ड जारी किए गए हैं।
जांच से पता चला कि ज्यादातर मामलों में विभिन्न कोणों से क्लिक किए गए एक व्यक्ति की तस्वीरों का उपयोग करके सैकड़ों फर्जी सिम को मंजूरी दे दी गई, जो बाद में अनधिकृत व्यक्तियों को बेच दी गई, जिन्होंने उन्हें विभिन्न अवैध गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया।
जांच के दौरान अधिकारियों ने मीरा रोड, ठाणे में एक फर्जी कॉल सेंटर का पता लगाया और छापा मारा, जहां से उन्होंने 52 फर्जी सिम बरामद किए।
वी.पी. रोड पुलिस ने विशाल शिंदे को पकड़ा, जिसके नाम पर 378 सिम कार्ड हैं, जबकि डी.बी. मार्ग पुलिस ने एक अब्दुल शेख को गिरफ्तार किया है, जिसके पास दस्तावेजों पर उसकी तस्वीर के साथ 190 सिम कार्ड हैं।
मालाबार हिल पुलिस ने कथित मास्टरमाइंड अब्दुल मंसूरी पर छापा मारा है, जिसने अपनी तस्वीर के तहत 685 सिम जारी किए थे।
चौधरी ने कहा कि दूरसंचार विभाग के मुताबिक, मुंबई में 30,000 से अधिक फर्जी सिम चल रहे हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि डीओटी ने पाया कि पूरे भारत में लगभग 30 लाख ऐसे फर्जी सिम चलाए जा चुके हैं, जिन्हें अब बंद कर दिया गया है।
–आईएएनएस
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