नई दिल्ली, 7 फरवरी (आईएएनएस)। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मुंबई में बड़ी कार्रवाई करते हुए 200 करोड़ रुपये का ड्रग्स बरामद किया है। इस दौरान चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी निशानदेही पर अलग-अलग स्थानों से ड्रग्स की खेप जब्त की गई।
एनसीबी ने 11.54 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता की कोकीन, 4.9 किलोग्राम हाइब्रिड स्ट्रेन हाइड्रोपोनिक चरस/गांजा और 200 पैकेट यानी 5.5 किलोग्राम कैनबिस अपने कब्जे में लिया है। इनकी कुल कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लगभग 200 करोड़ रुपये आंकी गई है।
इस बड़ी सफलता पर अमित शाह ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम की सराहना की और उन्हें बधाई दी। यह कार्रवाई ड्रग्स की तस्करी के खिलाफ एनसीबी की सख्त मुहिम का हिस्सा है।
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “भारत ने जीरो टॉलरेंस के साथ ड्रग्स कार्टेल को कुचल दिया है। मुंबई में बहुत उच्च श्रेणी की कोकीन, गांजा और कैनबिस गमी जब्त करने और चार लोगों को गिरफ्तार करने में एक बड़ी सफलता मिली है। यह पीएम नरेंद्र मोदी के नशा मुक्त भारत के सपने को साकार करने की दिशा में उठाया गया ठोस कदम है। इस बड़ी सफलता के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम को बधाई।”
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने इससे पहले जनवरी में भी मुंबई में एक अंतर्राष्ट्रीय कोरियर एजेंसी से एक पार्सल जब्त किया, जिसमें बड़ी मात्रा में कोकीन छुपाई गई थी। पार्सल ऑस्ट्रेलिया भेजा जाना था। बाद में जांच के दौरान यह भी पता चला कि इस कंसाइनमेंट का एक और हिस्सा नवी मुंबई में छुपा कर रखा गया था।
एनसीबी ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुआ। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि जब्त किए गए प्रतिबंधित पदार्थों की कुछ मात्रा अमेरिका से मुंबई लाई गई थी और कूरियर/छोटी कार्गो सेवाओं और मानव वाहकों के माध्यम से भारत और विदेश में कई रिसीवरों को भेजी जा रही थी। एजेंसी का कहना है कि ड्रग्स से जुड़ा पूरा सिंडिकेट विदेश से संचालित हो रहा है।
एक और चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि इस ड्रग्स तस्करी रैकेट में शामिल गिरफ्तार आरोपियों का एक-दूसरे से कोई व्यक्तिगत संपर्क नहीं था। वे नशीली दवाओं की तस्करी के दौरान बदले हुए नामों का इस्तेमाल करते हैं। यह पूरी तस्करी एक योजनाबद्ध तरीके से की जा रही थी, जिसमें प्रत्येक आरोपी की भूमिका सीमित थी और वे अपने-अपने हिस्से का काम कर रहे थे, जिससे यह नेटवर्क और भी जटिल हो गया था।
इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा ड्रग सिंडिकेट के संबंधों की पहचान करने के लिए जांच जारी है।
–आईएएनएस
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