deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home अंतरराष्ट्रीय

मुइज्जू के दौरे से भारत-मालदीव संबंधों में सुधार की उम्मीद

by
June 8, 2024
in अंतरराष्ट्रीय
0
मुइज्जू के दौरे से भारत-मालदीव संबंधों में सुधार की उम्मीद
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

READ ALSO

‘आतंकवाद के विरुद्ध समर्थन के लिए आभारी, नया अध्याय लिखने का स्वर्णिम अवसर’, साइप्रस में बोले पीएम मोदी

ईरानी हमलों में इजराइल स्थित अमेरिकी दूतावास को मामूली नुकसान

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को “ऐतिहासिक घटना” बताते हुए शनिवार को कहा कि इसमें शामिल होना उनके लिए “सम्मान की बात” होगी।

मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक सद्भावना मुलाकात के दौरान मुइज्जू को निमंत्रण पत्र सौंपा।

मालदीव के राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।

मुइज्जू के कार्यालय ने आज कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से साथ मिलकर भारत से नजदीकी संबंध और मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।”

चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के पिछले साल सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में दरार आ गई है। उन्होंने कहा था कि वह देश में भारत के प्रभाव को कम करने पर काम करेंगे। उनके इस दौरे से संबंधों में सुधार की उम्मीद है।

भारत हमेशा से मालदीव के साथ रिश्तों को महत्व देता रहा है। उसने मुइज्जू सरकार को याद दिलाया है कि मालदीव के विकास में सहायता देने वाले देशों में वह प्रमुख रहा है।

रिश्तों में दरार के बावजूद भारत मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडों जैसी जरूरी वस्तुओं का निर्यात लगातार कर रहा है। इनके अलावा भारत ने निर्माण सामग्री के रूप में इस्तेमाल होने वाले 10-10 लाख टन स्टोन एग्रीगेट और बालू का निर्यात भी किया है।

मुइज्जू सरकार ने भारत से ऋण भुगतान में छूट की मांग भी की थी जो मालदीव की भारत पर निर्भरता दिखाता है।

इस साल अप्रैल में ईद के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और संस्थागत संबंधों को रेखांकित किया था।

–आईएएनएस

एकेजे/

Related Posts

अंतरराष्ट्रीय

‘आतंकवाद के विरुद्ध समर्थन के लिए आभारी, नया अध्याय लिखने का स्वर्णिम अवसर’, साइप्रस में बोले पीएम मोदी

June 16, 2025
ईरानी हमलों में इजराइल स्थित अमेरिकी दूतावास को मामूली नुकसान
अंतरराष्ट्रीय

ईरानी हमलों में इजराइल स्थित अमेरिकी दूतावास को मामूली नुकसान

June 16, 2025
आज का इतिहास
अंतरराष्ट्रीय

आज का इतिहास

June 16, 2025
भारत समेत 24 देशों की सेना कर रही हैं संघर्षग्रस्त क्षेत्रों के लिए शांति का अभ्यास
अंतरराष्ट्रीय

भारत समेत 24 देशों की सेना कर रही हैं संघर्षग्रस्त क्षेत्रों के लिए शांति का अभ्यास

June 16, 2025
यूएस में कल्चरल फेस्टिवल के दौरान गोलीबारी, 8 माह के बच्चे समेत तीन की मौत, हिरासत में संदिग्ध
अंतरराष्ट्रीय

यूएस में कल्चरल फेस्टिवल के दौरान गोलीबारी, 8 माह के बच्चे समेत तीन की मौत, हिरासत में संदिग्ध

June 16, 2025
अंतरराष्ट्रीय

पश्चिम एशिया में तनाव की स्थिति पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएई के उप-प्रधानमंत्री से की बात

June 16, 2025
Next Post
राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर सीडब्ल्यूसी में प्रस्ताव पास, जल्द लिया जाएगा फैसला

राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर सीडब्ल्यूसी में प्रस्ताव पास, जल्द लिया जाएगा फैसला

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

[email protected]

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

084613
Total views : 5894186
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In