नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू रविवार से भारत के दौरे पर हैं। यह उनकी भारत की पहली राजकीय यात्रा है। मुइज्जू ने एक बयान में कहा कि मालदीव कभी ऐसा कुछ नहीं करेगा, जिससे भारत की सुरक्षा को खतरा हो। विदेशी मामलों के जानकार प्रो. स्वर्ण सिंह ने सोमवार को इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि मुइज्जू को अब यह समझ में आने लगा है कि भारत के साथ रिश्ते अच्छे होने चाहिए।
आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत के पड़ोसी देश इस बात को भली भांति जानते हैं कि भारत के साथ दोस्ती और साझेदारी उनके लिए फायदेमंद है। कभी चुनाव के दौरान कुछ बातें करते हैं, तो कभी चीन के बहकावे में आकर कुछ बातें कह देते हैं। चुनाव लड़ने और सत्ता में आने के बाद देश चलाने में फर्क होता है। जहां तक मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू का सवाल है, तो उन्हें अब धीरे-धीरे समझ में आ रहा है कि भारत के साथ रिश्ते अच्छे होने चाहिए। इसलिए वे जून में प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में आए थे और अब वे राजकीय यात्रा पर भारत आए हैं। अब वे बार-बार दोहरा रहे हैं कि वे भारत की अहमियत जानते हैं और भारत की सभी परियोजनाएं चलती रहेंगी। भारत के साथ रिश्ते और भी मजबूत होंगे, क्योंकि उन्हें पता है कि उनके देश की आर्थिक व्यवस्था धीमी पड़ गई है। इसे सुधारने के लिए भारत का साथ जरूरी है। इसलिए उनके भाषणों और अखबारों में टिप्पणियों में बार-बार यह बात दिखती है कि वे भारत के साथ रिश्ते और भी मजबूत करना चाहते हैं।
उन्होंने ने यह भी कहा कि भारत की सुरक्षा को लेकर ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जाएगा, जिससे भारत की सुरक्षा या स्थिरता पर कोई असर पड़े। भारत के प्रधानमंत्री ने हैदराबाद हाउस में यह भी कहा कि भारत और मालदीव के संबंध ऐतिहासिक हैं और कई तरह के समाज जुड़े हुए हैं, आर्थिक व्यवस्था जुड़ी हुई है। अब चर्चा है कि मालदीव भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता करना चाहता है। उसने 2017 में चीन के साथ इस तरह का मुक्त व्यापार समझौता किया था, जो अब लागू हो गया है। एक समय ऐसा लग रहा था कि दोनों देशों के बीच मुद्दे उलझे हुए हैं, अब वे सभी धीरे-धीरे सुलझते दिख रहे हैं।
प्रो. स्वर्ण सिंह ने कहा कि भारत सिर्फ एक बड़ा पड़ोसी देश ही नहीं है, मालदीव की अर्थव्यवस्था को भारत से व्यापार, निवेश और पर्यटन के जरिए कई तरह से फायदा होता है। इसके अलावा भारत मालदीव को सीधे आर्थिक मदद भी देता है। भारत ने वहां कई प्रोजेक्ट भी बनाए हैं। इससे मालदीव के आर्थिक विकास में मदद मिल रही है। मुइज्जू की इस यात्रा में साफ तौर पर दिख रहा है कि रिश्तों में आई खटास को दूर करने की कोशिश हो रही है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात से पहले मुइज्जू ने मालदीव के चीन के साथ बढ़ते संबंधों पर भारत की चिंताओं को दूर करने की कोशिश की।
–आईएएनएस
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